अफ़रोज़ आलम साहिल, TwoCircles.net
दिल्ली : दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी के ओखला विधायक अमानतुल्लाह ख़ान ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को बैन करने की मांग उठाई है.
TwoCircles.net से ख़ास बातचीत में अमानतुल्लाह ख़ान ने आरएसएस पर आरोप लगाया है कि ये संस्था पहले से ही अराजक गतिविधियों में लिप्त रहा है. लेकिन केन्द्र में भारतीय जनता पार्टी का सरकार होने का इसको सीधा फ़ायदा मिल रहा है. सरकार ध्यान बंटाने के लिए दूसरे तबक़ों पर कार्रवाई कर रही है, मगर असल जड़ की ओर ध्यान नहीं दे रही है.
अमानतुल्लाह खान ने दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल द्वारा संभल के दीपासराय के मो. आसिफ़ को अल-क़ायदा के ‘इंडिया चीफ़’ बताए जाने पर प्रश्न खड़ा किया है. वो बताते हैं कि –‘जिस तरह से आसिफ़ की कहानी दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल बता रही है, उसमें और उसके मुहल्ले व घर के लोगों द्वारा बताए जा रहे कहानी में काफी अंतर है. इसलिए सरकार को इसके लिए अलग से जांच बैठानी चाहिए.
अमानतुल्लाह खान का कहना है कि –‘जब से केन्द्र में मोदी की सरकार आई है, तब से ये लगातार कोशिश कर रही है कि देश के मुसलमानों को दहशतगर्दी के मामले में फंसाए. आज यह तो ज़रूर कहते हैं कि हर मुसलमान दहशतगर्द नहीं होता, लेकिन हर दहशतगर्द का तार मुसलमानों के साथ ज़रूर जोड़ दिया जाता है.’
अमानत कहते हैं कि –‘अगर सरकार वाक़ई दहशतगर्दी के ख़िलाफ़ है, तो सबसे पहले आरएसएस पर पाबंदी लगाए, क्योंकि आरएसएस सबसे बड़ी दहशतगर्द तंज़ीम है.’
वो बताते हैं कि –‘इस आरएसएस पर इस मुल्क में चार बार पाबंदी लग चुकी है. मुल्क में कई बम ब्लास्टों में इनका हाथ सामने आ चुका है. चाहे वो मक्का मस्जिद ब्लास्ट हो, या फिर मालेगांव, अजमेर या समझौता एक्सप्रेस का ब्लास्ट. इस सारे ब्लास्टों में इनके लोग शामिल थे. आज़ादी से लेकर अब तक यह संगठन मुल्क को नुक़सान ही पहुंचाने का काम किया है.’
स्पष्ट रहे है कि अमानतुल्लाह खान आम आदमी पार्टी के ओखला से विधायक हैं. इसके पहले वो रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी में शामिल थे. अब लोक जनशक्ति पार्टी केन्द्र बीजेपी के साथ सरकार में शामिल है.