फहमिना हुसैन, TwoCircles.net
मेरठ: उत्तर प्रदेश की चुनावी सरगर्मी के बीच भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह आज प्रदेश के मेरठ जिले पहुंचे. चुनाव प्रचार के मद्देनज़र अमित शाह आज शुक्रवार को मेरठ में पदयात्रा करने वाले थे, लेकिन यहां पहुंचने के बाद शाह ने अपनी पदयात्रा को रद्द कर दिया. अमित शाह ने अपनी चार किलोमीटर की पदयात्रा एक गुटखा व्यापारी अभिषेक वर्मा की हत्या के रोष में रद्द की है.
हालांकि पदयात्रा रद्द करने के बाद अमित शाह ने मेरठ में जनसंपर्क अभियान किया और इस दौरान अखिलेश यादव और राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा. इस दौरान उन्होंने कहा, ‘ये दोनों शहजादे यूपी का विकास नहीं कर सकते. एक ने देश को लूटा और दूसरे ने प्रदेश को. अब ये दोनों मिलकर यूपी को लूटना चाहते हैं.’
मेरठ में पिछले दिनों अभिषेक नाम के एक कारोबारी की हत्या कर दी गयी है, जिसके विरोध में शाह ने अपना पदयात्रा रद्द करने का फैसला किया. अमित शाह मृत व्यापारी के शोकाकुल परिजनों से मिलने उनके घर गए. लुटेरों द्वारा अभिषेक वर्मा की ह्त्या अमित शाह के लिए एक चुनावी मुद्दा बन गयी और वे इसे प्रदेश की क़ानून-व्यवस्था पर ले गए. यूपी के हालात पर सवाल उठाते हुए शाह ने कहा, ‘राज्य में कानून व्यवस्था का बुरा हाल है. यूपी में हर दिन बलात्कार के 24 मामले और हत्या के 13 मामले सामने आते हैं.’
शाह ने कहा कि अगर हम सत्ता में आते हैं तो यूपी के हर कॉलेज में ‘एंटी रोमियो स्क्वाड’ बनाया जाएगा, ताकि बच्चियां सुरक्षित रहें. उन्होंने कहा कि यूपी का विकास सपा और कांग्रेस दोनों नहीं कर सकती हैं, इसलिए यूपी के विकास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ही भरोसा किया जा सकता है.
उत्तर प्रदेश में सात चरणों में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान शुरू होने वाले हैं. पहले चरण का मतदान 11 फरवरी को होगा. चुनाव के नतीजे 11 मार्च को आएंगे. उत्तर प्रदेश में गठबंधन के बावजूद कई मोर्चों पर भारतीय जनता पार्टी अकेले चुनाव लड़ती दिखाई दे रही है. वहीं समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने गठबंधन किया है और कांग्रेस को लड़ने के लिए 105 सीटें मिली हैं. बसपा भी कड़ी टक्कर देने की स्थिति में दिखाई दे रही है.
गौरतलब है कि अमित शाह को शुक्रवार को दिल्ली चुंगी से शारदा रोड होते हुए घंटाघर तक अपनी चुनावी पदयात्रा करनी थी. लेकिन एक दिन पहले गुरुवार को ब्रह्मपुरी में गुटखा कारोबारी सुशील वर्मा के बेटे अभिषेक की लूट के विरोध में हत्या और अन्य चार को गोली मारने की घटना ने पूरा माहौल बदल दिया. सुरक्षा की दृष्टि से आज सुबह प्रशासन ने पदयात्रा का रूट भी बदल दिया था.
हालांकि यह बात भी ज़ाहिर है कि अमित शाह का यात्रा रद्द करने के राजनीतिक कारण हैं. वे इसे क़ानून व्यवस्था का मुद्दा बनाकर राजनीतिक लाभ लेने की फ़िराक में हैं. और मेरठ की बात करें तो यहां भाजपा को सीधी टक्कर समाजवादी पार्टी से मिलती रही है. बीते विधानसभा चुनावों में यहां की छः विधानसभा सीटों में से तीन भाजपा और तीन सपा के पास गयी थीं, ऐसे में अमित शाह का सपा पर हमला भी एक वजह बन जाता है.