आस मुहम्मद कैफ़, TwoCircles.net
मीरापुर : कठुआ की मासूम बच्ची के एक गुनाहगार विशाल जंगोत्रा को मुज़फ़्फ़रनगर के मीरापुर से गिरफ्तार किया गया था.
जम्मू पुलिस के अनुसार उसके चेचरे भाई ने उसे कठुआ फोन करके बुलाया था. वहां उसने बलात्कार किया और वो 8 साल की मासूम बच्ची के हत्या में भी शामिल रहा.
यहां वो आकांक्षा कॉलेज में बीएससी अग्रीकल्चर की पढ़ाई कर रहा था. घटना वाले दिन उसके परीक्षा देने का दावा उसके परिजन कर रहे थे, जिसे जम्मू पुलिस ने झूठा बताया है.
उत्तर प्रदेश के मीरापुर का यह कॉलेज नक़ल कराने के लिए बदनाम है. पुलिस का दावा है कि विशाल की जगह किसी अन्य ने परीक्षा दी है.
पुलिस के इस दावा को मज़बूती उसके दोस्तों के बयान से भी मिलती है, जिसमें वो कहते हैं कि अक्सर विशाल उनसे पास होने और नक़ल कराने के तरीक़े पूछता रहता था.
विशाल ने प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा खतौली के एक कॉलेज में दी थी. जम्मू कश्मीर की टीम वहां जांच करने पहुंची तो विशाल के स्थान पर किसी और के परीक्षा देने के जानकारी सामने आई है.
इस कॉलेज के एक पूर्व छात्र हमें बताते हैं, आकांक्षा कॉलेज की छवि अच्छी नहीं है. वरना जम्मू का लड़का यहां ही क्यों पढ़ता. यहां एडजस्टमेंट का खेल चलता है.
मीरापुर के इस कॉलेज का तार हाल ही में यहां हुए एमबीबीएस घोटाले से भी जुड़ा हुआ बताया जा रहा है.
जम्मू पुलिस ने परीक्षा उपस्थिति सीट और केन्द्र की सीसीटीवी फुटेज़ फॉरेंसिक जांच के लिए भेजी है. कठुआ एसपी नावेद पीरज़ादा कहते हैं कि, “विशाल के ख़िलाफ़ हमारे पास पुख़्ता सबूत है कि वो अपराध में शामिल था. कॉलेज की भूमिका संदिग्ध है.”
वो आगे कहते हैं कि, आकांक्षा कॉलेज की भूमिका के विषय में क्राईम ब्रांच की एक टीम गहनता से जांच कर रही है. पहली नज़र में कॉलेज का नक़ल माफियाओं से जुड़ाव का पता चलता है, मगर हम देख रहे हैं कि यह सबूत एक जघन्य अपराधी को लाभ पहुंचाने की दृष्टि से गढ़े तो नहीं गए.
23 साल का विशाल कठुआ की 8 साल की मासूम बच्ची के साथ हुई दरिंदगी में मुख्य आरोपी सांझीराम का बेटा है. जम्मू कश्मीर क्राईम ब्रांच टीम ने बच्ची के अपहरण के बाद धार्मिक स्थल में हुए बलात्कार और हत्या में शामिल रहे विशाल को 17 मार्च को मीरापुर से गिरफ्तार किया था.
बताया जाता है कि साम्प्रदयिक सौहार्द के लिए प्रसिद्ध इस क़स्बे में विशाल पिछले 6 महीने से रह रहा था. पिछले दिनों कॉलेज की छुट्टियां होने के बाद भी वो अपने घर नहीं गया था. इस जघन्य अपराध के बाद से उसका ज़्यादातर वक़्त कमरे में ही गुज़रता था. दोस्तों के पूछने पर उसने बताया था कि मेरे गांव में प्लॉट का झगड़ा चल रहा है, इसलिए परिजनों ने वहां आने से मना किया है.
विशाल को बच्ची के अपहरण के बाद उसके चचेरे भाई ने फ़ोन करके बुलाया था. कठुआ पहुंचकर उसने भी 8 साल की उस मासूम बच्ची के साथ दरिन्दगी की. ये बात पुलिस की जांच में सामने आई है.
कठुआ क्राईम ब्रांच के इंस्पेक्टर केवल किशोर गुप्ता के मुताबिक़ विशाल के ख़िलाफ़ चार्जशीट दाख़िल की गई है. घटना वाले समय उसकी लोकेशन भी अपराध घटित हुए स्थल की ही है. वो हत्या में भी शामिल था.
मार्च माह के मीरापुर के बबरे माता मंदिर की सेल्फ़ी उसने फेसबुक पर पोस्ट की थी, जिसके बाद जम्मू पुलिस उस तक पहुंच गई. मगर वो यहां पढ़ रहा था, यह बात जम्मू पुलिस नहीं जानती थी. यहां उनकी एक स्थानीय पत्रकार राहुल शर्मा ने मदद की. विशाल पकड़ा गया. यहां वो एक सामाजिक कार्यकर्ता सुमन शर्मा के घर में किराये पर रह रहा था.
सुमन शर्मा के बेटे रवि शर्मा ने हमें बताया कि, तीन महीने पहले ही वो यहां आया था और वो ज़्यादातर अपने कमरे से बाहर नहीं निकलता था.
गौरतलब है कि 12 जनवरी को कठुआ गैंगरेप मामले की रिपोर्ट दर्ज हुई थी और यह तीन महीने पहले ही की बात है.
बता दें कि मीरापुर एक मिश्रित आबादी वाला क़स्बा है. यहां हिन्दू-मुस्लिम हमेशा से प्रेमभाव से रहते आए हैं. यहां के तमाम लोगों इस जघन्य अपराध की निंदा की है और विशाल सहित सभी आरोपियों को सख़्त सज़ा की मांग की है.
हथियारों का शौक़ीन है विशाल
हथियारों के शौक़ीन विशाल ने फेसबुक पर बंदूक से निशाना साधते हुए कई फ़ोटो अपलोड किए हैं. मीरापुर में उसे कमरा दिलाने की सिफ़ारिश भी आकांक्षा कॉलेज के ही लोगों ने की थी. उसने जिस कमरे को किराए पर लिया था उसका किराया सामान्य से तीन गुना अधिक था. विशाल इसमें अकेला रहता था. उसकी गतिविधियों से पड़ोसी अंजान हैं.
पुलिस के अनुसार दिन में उसकी लोकेशन ट्रैक नहीं हो पाती थी. जिस दिन विशाल की परीक्षा बताई जा रही, उसी दिन उसके दिन तीन दोस्त सचिन, साहिल और नीरज की भी उपस्तिथि दर्शाई गई है. मगर सीसीटीवी कैमरे में यह तीनों दिखाई नहीं पड़ते हैं, जबकि इनकी कॉपी भी जमा पाई गई है.
विशाल मूलतः जम्मू का रहने वाला है, मगर कॉलेज में उसने खुद को यूपी का निवासी बताया था. पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही है कि उसने अपनी पहचान क्यों छिपाई.