आसमोहम्मद कैफ-Twocircles.net
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा प्रमुख अखिलेश यादव की संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में किए गए गठबंधन के ऐलान के बाद दोनों पक्ष के युवा समर्थक फुले नही समा रहे हैं.इनमें उत्साह का माहौल है.नोजवानों में यह उत्साह काबिले गौर है स्नातक का छात्र जितिन कहता है कि अब उनके समाज पर हो रहे जुर्म की लंबी उम्र नही है केंद्र की सरकार अब बदलने वाली है.
गौरव भारती के मुताबिक देश को इस गठबंधन की जरूरत थी यह सिर्फ दो दल नही है बल्कि करोड़ो दिल मिल रहे है।
सुरेंद्र जाटव के मुताबिक यह बहुप्रतीक्षित और जरूरी कदम है समाज ने इसका दिल खोलकर स्वागत किया है.आखिर 15%कैसे 85%फीसद पर हमेशा राज करेंगे.
उत्तर प्रदेश के इस गठबंधन की कामयाबी बिहार तक भी पहुंची है इसके बाद बिहार के राजद नेता तेजस्वी यादव भी बसपा सुप्रीमो मायावती से आर्शीवाद लेने लखनऊ पहुंचे और वो मायावती से भी मिले.जानकारों के मुताबिक 80 लोकसभा सीट वाले यूपी के मतदाताओं को यह गठबंधन निश्चित तौर पर प्रभावित करेगा और 50/60 हासिल करेगा.इस समय केंद्र सरकार के 73 सांसद सिर्फ उत्तर प्रदेश से है.
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