मुजफ्फरनगर। कोरोना वायरस से बचाव के लिए किया गया लॉकडाऊन अब नई तरह की समस्याओं को लेकर सामने आ रहा है। उत्तर प्रदेश के पहले से चर्चित जनपद मुजफ्फरनगर के भोपा थाना क्षेत्र में लॉकडाऊन के दौरान घर के बाहर इकट्ठा होने से मना करने पर लोग गुस्सा गए और उन्होंने पुलिस पर हमला कर दिया। एक दरोगा और दो सिपाही इसमे गंभीर रूप से घायल हो गए। इस दौरान पुलिसकर्मियों की बुरी तरह से पिटाई की गई। दरोगा लेखराज सिंह की हालत ख़राब है। उन्हें मेरठ रैफर कर दिया गया। बताया जा रहा है कि उनके सिर पर लोहे की रॉड से हमला हुआ।
इस घटना के बाद से गांव में ज़बरदस्त धरपकड़ चल रही है। भोपा थाना क्षेत्र के करहेड़ा गांव हरिजन बस्ती में पूर्व प्रधान नाहर सिंह के घर यह घटना हुई। पुलिस ने नाहर सिंह समेत तीन लोगों को हिरासत में लिया है। कुछ महिलाओं को भी नामज़द किया गया है। गांव में एसएसपी अभिषेक यादव रात में ही पहुंच गए थे। उन्होंने कहा कि पुलिस लॉकडाऊन को पूरी तरह कामयाब बनाने के लिए जुटी है। भोपा पुलिस अपना कार्य निष्ठा से कर रही थी जब उनपर हमला हुआ। वो बेहद सख्त कार्रवाई करने जा रहे हैं।
एसएसपी अभिषेक यादव गांव पहुंचे जहाँ उन्होंने उस स्थान का जायजा लिया जहाँ छत से पथराव हुआ था। यह घर एक पूर्व प्रधान का बताया गया है। पूर्व प्रधान सहित 3 लोगो को दौरान अरेस्ट कर लिया गया है।
मुजफ्फरनगर जनपद मुख्यालय से 20 किमी दूर भोपा थाना क्षेत्र के गाँव मोरना में करहेड़ा मार्ग पर मोरना चौकी प्रभारी लेखराज ने पुलिस टीम के साथ संग ग्रामीणों की इकट्ठा हुए भीड़ को तितर बितर करने का प्रयास किया था। इससे लोग भड़क गए। गांव के कुछ लोगो का यह भी कहना है यहां 15-20 लोग इकट्ठा थे।पूर्व प्रधान नाहर सिंह को गाली देने और उनके पोते को गाली देने के बाद ये लोग भड़क गए।
इसके बाद भीड़ ने पुलिस टीम पर पथराव व लाठी डंडो तथा लोहे की रॉड आदि से पुलिस पर जानलेवा हमला कर दिया। जिसमें उपनिरीक्षक लेखराज सिंह व कॉन्स्टेबल रवि कुमार घायल हो गये। घायलों को भोपा के सरकारी अस्पताल ले जाया गया। जहाँ से गम्भीर हालत में जिला चिकित्सालय रैफर किया गया है। मौक़े पर पुलिस अधीक्षक देहात नेपाल सिंह क्षेत्राधिकारी भोपा राममोहन शर्मा प्रभारी निरीक्षक संजीव कुमार सहित भारी पुलिस बल तैनात है। गांव की स्थिति बेहद तनावपूर्ण बनी हुई है।