स्टाफ़ रिपोर्टर । Twocircles.net
हरियाणा के मेवात में जिम ट्रेनर आसिफ़ की माब लिंचिंग मामले में पकड़े गए आरोपियों के समर्थन में हिंदू समाज के नेताओं द्वारा महापंचायत का आयोजन किया गया है। हरियाणा के नूंह में हुई महापंचायत में सभी आरोपियों को छोड़ने की मांग उठाई गई। महापंचायत 52 पाल के चौधरी अरुण जैलदार की अध्यक्षता में हुई। पंचायत के बाद हिंदूवादी नेताओं ने मेवात के पुलिस अधीक्षक से मिल आरोपियों को छोड़ने की मांग करी हैं।
30 मई को नूंह के इंडरी गांव के संगम स्कूल में आसिफ के हत्यारोपियों के समर्थन में महापंचायत का आयोजन किया गया। तमाम हिंदूवादी संगठनों द्वारा आयोजित महापंचायत में हरियाणा के लोगों के अलावा उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली से लोगों ने कई हजारों की संख्या में भाग लिया था। हरियाणा में कोविड के मामलों के चलते धारा 144 लगी हुई हैं, ऐसी स्थिति में कई हजारों की भीड़ में महापंचायत आयोजित हुई।
महापंचायत लगभग पांच घंटे चलीं, सुबह 11 से लेकर दोपहर 3 बजे तक धारा 144 लागू होने के बावजूद पंचायत का आयोजन हुआ। महापंचायत की अध्यक्षता 52 पाल के चौधरी अरुण जैलदार ने करी। महापंचायत में आम लोगों के अलावा कई हिन्दू वादी संगठनों, बीजेपी नेताओ ने भाग लिया। इस महापंचायत में आसिफ़ हत्याकांड में पकड़ गए युवकों के समर्थन में आवाज़ उठी।
पंचायत में 31 लोगों की एक कमेटी बनाई गई जिसमें यह तय किया गया कि 101 हिंदू समाज के लोग मेवात के पुलिस कप्तान से मिल आसिफ़ हत्याकांड में गिरफ्तार किए गए आरोपियों को छोडे़ जाने की मांग करेंगे। हिंदूवादी संगठन के लोगों का कहना है कि जो आरोपी पकड़े गए हैं वो सब निर्दोष है और निर्दोष युवकों को पकड़ करके पुलिस ने हिंदू समाज की भावनाएं आहत की हैं।
एक वीडियो के अनुसार पंचायत के अध्यक्ष अरुण जैलदार ने पंचायत में कहा कि गिरफ्तार किए गए लोग निर्दोष हैं, उन्हें छोड़ा जाए , उन्होंने कहा कि पुलिस ने निर्दोष हिंदू युवकों को गिरफ्तार करके भावनाएं आहत की हैं। अरुण जैलदार ने कहा कि इसी सिलसिले में एक कमेटी का गठन किया गया है जो पुलिस अधीक्षक से मिलकर आरोपियों को छोड़ने की मांग करेगा। अरूण जैलदार ने पंचायत में कहा कि अगर पुलिस आरोपियों को नहीं छोड़ती है तो आगे और बड़ी महापंचायत का आयोजन किया जाएगा और रणनीति बनाई जाएंगी।
महापंचायत में शामिल करणी सेना के अध्यक्ष सूरजपाल अम्मू ने विवादित बयान भी दिए। एक वीडियो के अनुसार सूरजपाल अम्मू ने पंचायत में कहा कि आसिफ जैसे लोग हमारी बहन बेटियों की अश्लील वीडियो बनाए और हम उनका मर्डर भी न करे। सूरजपाल अम्मू ने कहा कि जिस युवक की हत्या हुई है वो दोषी है, उस युवक पर हरियाणा, यूपी में कई मामले दर्ज है। उन्होंने पंचायत में कहा कि अगर पुलिस आरोपी युवकों को नहीं छोड़ती है तो आगे और भी महापंचायत की जाएंगी। वीडियो में सूरजपाल अम्मू मुसलमान को पाकिस्तान की औलाद कहकर संबोधित करते हैं। सूरजपाल अम्मू कई हजारों की भीड़ में आसिफ की हत्या को सही ठहराते हैं और भीड़ ताली बजाती है। सूरजपाल पंचायत मे इस तरह के कई विवादित और संप्रदायिक सौहार्द्र को बिगाड़ने वाले बयान देते हैं।
हरियाणा में इस महापंचायत के अलावा भी और भी कई छोटी-छोटी पंचायत का आयोजन किया गया जिसमें आसिफ़ हत्याकांड के आरोपियों के समर्थन की बात की गई। हरियाणा के नूंह तहसील के किरा गांव में भी आरोपियों के समर्थन में पंचायत हुई इसके अलावा एक अन्य पंचायत फरीदाबाद के बदोली गांव में भी आयोजित हुई थी।
हरियाणा के एक संगठन मुस्लिम रक्षक दल ने इन तमाम महापंचायतों के खिलाफ पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई हैं। मुस्लिम रक्षक दल के अध्यक्ष ताकीर अली ने मेवात पुलिस अधीक्षक को दिए गए शिकायतीपत्र में कहा कि पंचायतों में हिंदू मुस्लिम एकता, अखंडता तोड़ने वाले बयान दिए जा रहे हैं साथ ही मुसलामानों के प्रति नफ़रत भी फैलाई जा रही है और क़ानून का उल्लघंन भी किया जा रहा है।
ज्ञात रहे 16 मई को खालीपुर खेड़ा गांव के रहने वाला जिम ट्रेनर 25 वर्षीय आसिफ़ की गांव के ही दो दर्जनों भर युवकों द्वारा माब लिंचिंग कर हत्या कर दी गईं थी। आसिफ के पिता ज़ाकिर की तहरीर पर पुलिस ने 14 नामजद 14 नामजद और 15-20 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी। पुलिस ने पटवारी, आडवाणी, भीम, रिषि, सोनू , कोटा, अनुप,महेद्र,बल्ला,नत्थू, कुलदीप, राजू ,काला, संदीप के खिलाफ आर्म्स एक्ट की धारा 25, आईपीसी की धारा148,149,302,323,341,365 के तहत मुकदमा दर्ज़ करते हुए गिरफ्तार किया था।