स्टाफ रिपोर्टर। Two circles.net
रांची से इंसानियत को कलंकित करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक 29 वर्षीय आदिवासी महिला को पिछले आठ वर्षों से एक घर में कैद कर प्रताड़ित किया गया। आरोप भाजपा की अब निलंबित नेता सीमा पात्रा के ऊपर है जिसने सुनीता नाम की महिला के साथ कई तरह का अमानवीय बरताव किया। हाल ही में एक वायरल वीडियो से इस बात का खुलासा हुआ, जिसके बाद पात्रा को गिरफ्तार कर लिया गया है।
रांची पुलिस ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की निलंबित नेता सीमा पात्रा के गिरफ्तार किए जाने की पुष्टि की। अरगोड़ा पुलिस स्टेशन में पात्रा को एससी/एसटी अधिनियम और भारतीय दंड संहिता के कई प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया गया है। इधर सुनीता को एक सरकारी कर्मचारी की गुप्त सूचना पर बचाए जाने के बाद उसका वर्तमान में रिम्स अस्पताल में इलाज चल रहा है।
रांची में रिटायर्ड IAS महेश्वर पात्रा की पत्नी भाजपा नेता सीमा पात्रा ने आदिवासी महिला सुनीता खाखा को 8 साल तक अपने घर में कैद कर सूरज भी नहीं देखने दिया। सुनीता से जीभ से फर्श साफ करवाया। पेशाब चटाया। रॉड से दांत तोड़ डाले। गर्म तबे से चेहरा जला डाला। शर्मनाक। #ArrestSeemaPatra pic.twitter.com/oTdJXMINJ1
— Hansraj Meena (@HansrajMeena) August 30, 2022
सीमा पात्रा सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी महेश्वर पात्रा की पत्नी हैं जिन्हें कथित तौर पर पिछले आठ वर्षों से सुनीता को रांची के अशोक नगर में अपने घर में कैद कर रखा था। सीमा पात्रा भाजपा की महिला शाखा की राष्ट्रीय कार्यसमिति की सदस्य थीं, जिन्हें उनकी पार्टी ने इस मामले के प्रकाश में आने के बाद मंगलवार को निलंबित कर दिया।
घरेलू सहायिका सुनीता का अभी हाल ही में सीमा पात्रा के ऊपर अमानवीय व्यवहार का आरोप लगाते हुए एक वीडियो वायरल हुआ था। स्थानीय पुलिस के अनुसार, आरोप है की पीड़िता को कभी मूत्र पीने के लिए मजबूर किया गया तो कभी गर्म तवा से जलाया गया। पुलिस ने ये भी जानकारी दी कि जब पिछले हफ्ते उन्हें बचाया जा रहा था तो वह मानसिक आघात की स्थिति में थी।
आदिवासी महिला को वायरल वीडियो में उन्हें दर्द से करहाते हुए देखा जा सकता है जिसमें वो ठीक से बैठ पाने में भी असमर्थ लग रही हैं। इसके अलावा उनके दांत भी सरिए की पिटाई के वजह से टूटे हुए हैं। सुनीता बताती हैं कि आठ वर्षों तक प्रताड़ना सहने के बावजूद वो इस बात से अनजान हैं कि उन्हें रोज़ाना किस बात की सज़ा दी गई।
आदिवासी बेटी के साथ अत्याचार और उनसे ग़ुलामी करवाने वाली बीजेपी नेता सीमा पात्रा अगले 12 दिन जेल में बिताएँगी। सीमा पात्रा बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य और झारखंड में “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” अभियान की स्टेट हेड थी। शुक्रिया @JharkhandPolice pic.twitter.com/Y45MpDxDQA
— Dilip Mandal (@Profdilipmandal) August 31, 2022
बताया जा रहा कि महिला के ससुराल वालों को उसकी बरसों से हो रही प्रताड़ना का आभास तो था, लेकिन उन्होंने कोई कार्यवाही नहीं की। ठीक ठाक चलती फिरती सुनीता, अब चलने में भी लंगड़ाने लगी थीं। ज्ञात हो कि सीमा पात्रा को उसके किए की सज़ा दिलवाने में एक अहम योगदान खुद उनके पुत्र आयुष्मान का भी रहा, जो सुनीता के तारणहार बने। एक वीडियो में सुनीता आयुष्मान की तरफ इशारा करते हुए कहती हैं कि “मैं केवल इनकी वजह से जीवित हूं।”
दरअसल, ये पूरी घटना प्रकाश में तब आई जब आयुष्मान के दोस्त, जो एक सरकारी कर्मचारी भी हैं, ने पुलिस को इस मामले की जानकारी दी। मंगलवार को जैसे ही वीडियो जारी हुआ उसके तुरंत बाद, राजभवन ने संबंधित मामले में एक बयान जारी किया और पुलिस प्रशासन को दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की।
कहा गया, “राज्यपाल श्री रमेश बैस ने अशोक नगर, रांची रोड संख्या 1 निवासी सीमा पात्रा द्वारा एक घरेलू सहायिका सुनीता को बेहद अमानवीय तरीके से प्रताड़ित करने की खबर का संज्ञान लिया है। राज्यपाल ने अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए राज्य के पुलिस महानिदेशक से पूछा है कि पुलिस द्वारा अब तक दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई। राज्यपाल ने पुलिस की ढिलाई पर भी गंभीर चिंता व्यक्त किया था।”