नासिरूद�दीन
à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ की सीडी में à¤?सा कà¥?â€?या हैÂ
‘… पारà¥?टी दà¥?वारा जारी à¤?क सीडी से साफ हो गया है कि à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ राजà¥?â€?य चà¥?नाव में हिनà¥?â€?दà¥?तà¥?â€?व का खà¥?ला खेलने जा रही है। … कारà¥?यसमिति व राषà¥?â€?टà¥?रीय परिषद की बैठक की पूरà¥?व संधà¥?â€?या पर à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ ने à¤?क सीडी जारी कर अपनी चà¥?नावी रणनीति का संकेत दे दिया। … सीडी में वे आकà¥?रामक मà¥?दà¥?दे हैं जो राजà¥?â€?य में तनाव पैदा कर सकते हैं… इस सीडी में गोकशी à¤à¥€ है और वह पाठà¥?यकà¥?रम à¤à¥€ जिससे संघ परिवार को परहेज है।’
यह बात उतà¥?â€?तर पà¥?रदेश में à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ मामलों के जानकार और हिनà¥?â€?दà¥?सà¥?â€?तान के वरिषà¥?â€?ठपतà¥?रकार बृजेश शà¥?कà¥?â€?ल दिसमà¥?â€?बर 2006 में लिख रहे थे। उनà¥?â€?होंने लिखा ‘हिनà¥?â€?दà¥?तà¥?â€?व का खà¥?ला खेल खेलने की तैयारी में है à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾â€™à¥¤ खबर छपी, कà¥?छ चरà¥?चा हà¥?ई और उसके बाद à¤à¥?ला दी गयी। फिर आया उतà¥?â€?तर पà¥?रदेश विधान सà¤à¤¾ का चà¥?नाव…। à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ ने पà¥?रचार के लिà¤? जारी ढेर सारी सीडी के साथ, à¤à¤¾à¤°à¤¤ की पà¥?कार नाम की à¤?क सीडी à¤à¥€ जारी की। इस सीडी में वही बातें थीं, जिसका जिकà¥?र बृजेश शà¥?कà¥?ल अपनी खबर में कर रहे थे। इस सीडी के कथà¥?â€?य पर आईबीà¤?न7 ने अपनी खबर बनायी। अपने को फà¤?सता देख à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ ने पहले इसकी जानकारी न होने का तरà¥?क दिया। फिर à¤?क नेता ने कहा कि सीडी चà¥?नाव आयोग को à¤à¥‡à¤œà¥€ गयी है, अà¤à¥€ इसे जिलों में नहीं à¤à¥‡à¤œà¥‡à¤‚गे तो केनà¥?â€?दà¥?र में बैठे à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ नेताओं ने इस सीडी से ही पलà¥?â€?ला à¤?ाड़ लिया। नतीजतन, चà¥?नाव आयोग को हसà¥?â€?तकà¥?षेप करना पड़ा। आयोग ने माना कि इसमें आपतà¥?तिजनक तथà¥?â€?य मौजूद हैं। चà¥?नाव आयोग ने मतदान के आखिरी चरण के बाद आठमई को इस सीडी पर à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ जनता पारà¥?टी को निरà¥?देश दिये हैं। इस निरà¥?देश के मà¥?ताबिक à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ सीडी की सारà¥?वजनिक रूप से निंदा करेगी। सीडी का इसà¥?â€?तेमाल न हो, यह सà¥?निशà¥?चित करेगी। निंदा, राषà¥?â€?टà¥?रीय और कà¥?षेतà¥?रीय मीडिया, पà¥?रिंट और इलेकà¥?â€?टà¥?रॉनिक दोनों में दिखाई देनी चाहिà¤?। और सबसे बढ़कर यह मामला यहीं खतà¥?â€?म नहीं हो गया है। इसकी सà¥?नवाई अà¤à¥€ चलेगी। इस सीडी में उन सà¤à¥€ मà¥?दà¥?दों को छूने की कोशिश की गयी है, जो हिनà¥?â€?दà¥?तà¥?â€?व (हिनà¥?â€?दू धरà¥?म के नहीं) के पैरोकार उठाते रहे हैं। जैसे- मà¥?सलमान आतंकवादी, मà¥?सलमानों दà¥?वारा गोकशी, मà¥?सलमानों दà¥?वारा हिनà¥?â€?दू लडकियों को बहला-फà¥?सलाकर ले जाना… आदि… आदि। कà¥?छ दिनों पहले वरिषà¥?â€?ठपतà¥?रकार सिदà¥?धारà¥?थ वरदराजन ने अपने बà¥?â€?लॉग पर इस सीडी की सà¥?कà¥?रिपà¥?â€?ट अà¤?गà¥?रेज़ी में छापी थी। हम यहां उस सीडी के कà¥?छ अंश दे रहे हैं ताकि आप खà¥?द तय कर सकें कि à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ की सीडी में à¤?सा कà¥?â€?या है, जो चà¥?नाव आचार संहिता और संवैधानिक मूलà¥?â€?यों के खिलाफ है।
(�क)
(�क आतंकवादी का चेहरा- वो बम फेंकता है। धमाका। आग लगाता है।)
शीरà¥?षक : à¤à¤¾à¤°à¤¤ देश आतंकवाद की गिरफà¥?त में
मासà¥?टर : सूनो à¤à¤ˆ कल को 26 जनवरी है। à¤?णà¥?डा फहराया जाà¤?गा तà¥?म सबको वहीं आना है।
दृश�य बदलता है। �ण�ड़ा फहर रहा है। मास�टर �ण�डे के पास खड़ा है। सामने चार पा�च लोग बैठे हैं।
(बीच में सीन आता है। �क व�यक�ति कार के नीचे बम लगता है। उसने टोपी पहनी ह�ई ताकि लगे कि वह म�सलमान है। धमाके के साथ कार में आग लग आती है।)
(दो)
(सीन बदलता है। à¤?क वà¥?यकà¥?ति का घर गà¤? के आस-पास सचाई करता हà¥?आ तà¤à¥€ à¤?क और वà¥?यकà¥?ति का पà¥?रवेश होता है।)
वà¥?यकà¥?ति-1 : à¤à¤ˆ कितनी छà¥?टà¥?टी रह रही और तेरी
वà¥?यकà¥?ति-2 : à¤à¤ˆ छà¥?टà¥?टी तो ख़तà¥?म हो ली। कल को जाना है।
अगले सीन में दो य�वक जिनके हाथ में डण�डे हैं। चलते ह�� आते हैं। र�क कर क�छ बात करते हैं।
यà¥?वक : à¤à¤ˆ जावेद, हिनà¥?दà¥?ओं का गांव तो आ गया।
जावेद : à¤à¤ˆ सलीम, बात तो तू ठीक कह रहा है। चल जलà¥?दी से सà¥?रमा निकाल
सलीम : अचà¥?छा, हां à¤à¤¾à¤ˆ
जावेद : टीका कलावा à¤à¥€
सलीम : टीका लगा लो
जावेद : चल चल कलावा निकाल
सलीम : इसे तो डाल तू
दोनों माथे पर टीका लगाते हैं, कलावा बा�धते हैं।
जावेद : अब कोई नहीं पहचानेगा हमको
सलीम : ह�सते ह�� जाते हैं। और घर में प�रवेश करते हैं।
जावेद : ताऊ राम राम
सलीम : राम राम ताऊ
वà¥?यकà¥?ति : राम राम à¤à¤ˆ… राम राम। हां à¤à¤ˆ, कà¥?या बात है। कहां से आà¤? हो
जावेद : ताऊ रूक, गाय चाहि� थी। डॉक��टर ने बच�चे को गाय का दूध पीने को बता दिया। गाय देखी तो चले आ�। बेचो तो बताओ।
वà¥?यकà¥?ति : हां à¤à¤ˆ, गाय का दूध तो अमृत होवे है। बेच à¤à¥€ दे
जावेद : पर ताऊ तू कह तो रहा है। सच इस गाय को हमें दे दो। बचà¥?चे दूध à¤à¥€ पी लेंगे और हम पाल à¤à¥€ लेंगे।
वà¥?यकà¥?ति : कसाई के लड़के कई बार चकà¥?कर काट गà¤?। रà¥?पये à¤à¥€ साढ़े तीन हजार दिà¤? थे। मैं कहन लगा- तà¥?मà¥?हें तो à¤?क लाख में नहीं देता। पर à¤à¤ˆ तà¥?म तो घर रखोगे।तà¥?मà¥?हें तो दे दूंगा। तà¥?म ले जाओ।
जावेद : पर ताऊ तीन हजार तो ज�यादा हैं। क�छ और सोचो
वà¥?यकà¥?ति : à¤à¤ˆ तू जो चाहे दे दे, तू तो अपना ही आदमी है।
जावेद : ताऊ मैं तो बस तीन हजार दे सकूं हूं। मैं à¤à¥€ गरीब आदमी हूं।
वà¥?यकà¥?ति : पर à¤?क शरà¥?त है। à¤à¤¾à¤ˆ ले तो जा पर कसाइयों की मत बेच दियो।
जावेद : ताऊ म�सलमान थोड़ा ही है।
वà¥?यकà¥?ति : à¤à¤ˆ दे दूं फिर ये गाय
वà¥?यकà¥?ति : à¤à¤ˆ तेरी मरà¥?जी है। और गाय की जगह à¤à¥ˆà¤‚स ले लेंगे। बचà¥?चों को तो दूध पिलाना ही पड़ेगा।
जावेद : ये लो ताऊ पूरे तीन हजार रà¥?पये हैं। मैं à¤à¥€ गरीब आदमी हूं… (वà¥?यकà¥?ति रà¥?पये लेकर जेब में रखता है।) चल ताऊ खà¥?लवा दे गाय
वà¥?यकà¥?ति : चल à¤à¤ˆ ले जा
सीन बदलता है। व�यक�ति चारपाई पर सो रहा है। �क अन�य व�यक�ति का प�रवेश
वà¥?यकà¥?ति : चाचा, अरे चाचा …(वà¥?यकà¥?ति जाग जाता है।) गाय कसाइयों को बेच कर खरà¥?राटे मार कर सो रहा है।
वà¥?यकà¥?ति : पर à¤à¤ˆ वे तो हिनà¥?दू के लड़के थे। माथे पे टीका था। हाथ में कलावा था। मैंने अपनी आंखों से देखा। खूब देखा जब देई। à¤?से थोड़े हो दे देता मैं।
वà¥?यकà¥?ति : मà¥?à¤?े रसà¥?ते में ही मिले वे कसाई के लौंडे। न उनके माथे पे तिलक था, न हाथ में कलावा तà¥?मà¥?हें शरà¥?म नहीं आई बिलà¥?कà¥?ल à¤à¥€à¥¤ बूढ़े आदमी हो गà¤?। कसाई के लौंड़ो को बेच दी। रसà¥?ते में मिले मà¥?à¤?े वे।
व�यक�ति : सच�च कह रहे हो त�म�हें पक�का पता है।
व�यक�ति : मैं जानता नहीं क�या कसाइयों के लौंडों को।
वà¥?यकà¥?ति : अरे à¤à¤ˆ ये तो अनरà¥?थ हो गया मेरे साथ में। अरे à¤à¤ˆ धरà¥?मवीर, ओ à¤à¤¾à¤ˆ कोमल, अरे à¤à¤¾à¤ˆ चलियो साथ में, कोई है। अरे à¤à¤¾à¤ˆ वीर सिंह अरे देखो सालों को कहीं मिल जाà¤? तो पीटेंगे सालों को। छà¥?ड़वा के लायेंगे अपनी गाय। ये तो बड़ा जà¥?लà¥?म हो गया।
वà¥?यकà¥?ति : हां, अब वे तà¥?मà¥?हें जरूर मिले वाले, अब तक तो जाकर कटान में काट à¤à¥€ दी होगी।
अगले सीन में गाय को काटते ह�� दिखाया जाता है।
शीर�षक आता है ''मौजूदा सरकार द�वारा कसाईयों को पूर�ण समर�थन, गौमाता पर बर�बरतापूर�वक अत�याचार।‘’
वà¥?यकà¥?ति-1 : ये तो बड़े जà¥?लà¥?म हो गà¤? à¤à¤¾à¤ˆà¥¤ मैं अब कà¥?या करà¥?à¤?। ये तो सारी जिनà¥?दगी का कलंक मेरे लग गया।
व�यक�ति-2 : अब बैठके रोते रहो पूरी उम�र बैठकर रोते रहो और सोचते रहो जो त�मने अनर�थ किया इतना बड़ा पाप किया। त�मने गाय कसाई को क�यों बेची।
वà¥?यकà¥?ति-1 : अरे मैंने कà¤à¥€ नहीं सोचा था मेरे हाथों à¤?सा जà¥?लà¥?म हो गया।
(तीन)
(मास�टर सड़क पर चली �क महिला को रोक कर)
मास�टर : बेटा ज़रा स�नना
महिला : हां, बाबा क�या बात है।
महिला : बेटा च�नाव आ रहे हैं। सोच सम� कर ही वोट देना और कमल के फूल पर ही मोहर लगाना क�योंकि बेटा इस देश में अमन चैन और शान�ति अगर आ सकती है, तो सिर�फ बीजेपी के राज में आ सकती है। कांग�रेस और समाजवादी, ये तो म�ल�ला मौलवियों की सरकारें हैं।
महिला : बाबा गà¥?सà¥?ताखी माफ करना। हूà¤? तो मैं à¤à¥€ मà¥?सलमान। हां बाबा, मà¥?लà¥?ला मौलवियों ने तो औरत को अपने बाप की जागीर समà¤? रखा है।
बीच में सीन आता है क�छ म�स�लिम औरतें आपस में बात करते ह��
औरतों का फर�ज है, बच�चे पैदा करना। जनसंख�या में इज़ाफ़ा करना।
ये बहन ने ठीक कहा हमारे सियासियों का फरमान है कि जो 10 बचà¥?चे से अधिक बचà¥?चे पैदा करेगा, उसे आरà¥?थिक मदद à¤à¥€ मिलेगी। इस मजहब ने तो हमें इसà¥?तेमाल की चीज़ समà¤? रखा है।
मास�टर : शाबाश बेटे शाबाश अगर सारी औरतें त�म�हारे जैसों शिक�षित और सम�दार हो जा�ं तो इस देश की तो काया पलट हो जा�।
महिला : अच�छा बाबा चलती हूं।
महिला चली जाती है। महिला आगे बढ�ती है।
अगला सीन, à¤?क साधà¥?वी का à¤à¤¾à¤·à¤£- à¤?क हिनà¥?दू केवल दो बचà¥?चे पैदा करेगा और मà¥?सलमान पाà¤?च शादियां करेगा और पांच शादी करके और 35 पिलà¥?ले पैदा कर इस देश को दारूल इसà¥?â€?लाम बनाना चाहता है।
(चार)
मासà¥?टर : हां à¤à¤ˆ, आ तो गया पर अब के ये मौका हाथ से न निकल जावे। अगर अब के बीजेपी. को वोट न दी तो ये समà¤? लो के देश का बेड़ा गरà¥?क हो जाà¤?गा। देश बरà¥?बाद हो जाà¤?गा। बी.जे.पी. à¤?क à¤?सी पारà¥?टी है, जो देश के बारे में सोचती है। हिनà¥?दू धरà¥?म के बारे में सोचती है। इसके अलावा और कोई पारà¥?टी à¤?सी नहीं है। दूसरी जो पारà¥?टियां हैं, ये तो केवल मà¥?सलमानों की à¤?जेंट हैं। इसके अलावा और इनà¥?होंने आज तक किया ही कà¥?या है। महंगाई आज कहां से कहां पहà¥?ंची हà¥?ई है। मैं तो कहता हूं की सिरà¥?फ बीजेपी को वोट देना है। इसके अलावा और किसी पारà¥?टी को वोट नहीं देना है।
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मासà¥?टर : गà¥?सà¥?से से, चाय … मैं तà¥?मà¥?हारी चाय का à¤à¥‚खा हूं। अरे ये तो मेरे मन में इस देश के पà¥?रति, हिनà¥?दू धरà¥?म के पà¥?रति à¤?क टीस है, जो मैं बीजेपी को वोट देने के लिà¤? तà¥?मà¥?â€?हें कह रहा हूं। अगर तà¥?मने à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ को वोट नहीं दिया, तो तà¥?मà¥?â€?हें पछताना पड़ेगा। ये देश गà¥?लाम हो जाà¤?गा पहले अà¤?गà¥?रेज़ों का गà¥?लाम था और अब मà¥?सलमानों का गà¥?लाम हो जायेगा… पहले à¤à¥€ मà¥?सलमानों का गà¥?लाम रहा… उस औंरगजेब ने पहले à¤à¥€ तà¥?मà¥?हारे चोटे काटे, तà¥?मà¥?हारे जनेऊ उतरवा दिये, ये जो टीके है न… ये तà¥?मà¥?हारे टीके हटेंगे और तà¥?मà¥?हें इनकी जगह दाढ़ी बढानी पड़ेगी… उस दिन तà¥?मà¥?हें पछताना पड़ेगा, पंडित जी। तà¥?मà¥?â€?हारा नाश हो जायेगा। हिनà¥?दू धरà¥?म का नाश हो जाà¤?गा… इस देश का नाश हो जाà¤?गा… तो जा रहा हूà¤?, मà¥?à¤?े चाय का लालच देते है। चाय पीने के लिà¤? आया हूं मैं तेरी… मैं जा रहा हू पंडित जी।
(पा�च)
चाची : मेरी जवान बेटी को मà¥?सलमान का लड़का हिनà¥?दू बनकर घर में आता रहा और मेरी लड़की को बहला फà¥?सला कर ले गया… बदनामी के डर से तà¥?मà¥?हारे चाचा ने आतà¥?म हतà¥?या कर ली। अगर अब मैं पà¥?लिस के पास या किसी के पास जाने के लिà¤? कहती हूं… तो वो लोग मà¥?à¤?े धमकी देते हैं। अगर तà¥?मने हमारी कोई रिपोरà¥?ट कराई तो हम तà¥?मà¥?हारे अकेले बचà¥?चे को मार देंगे। बेटे अब आप बताओ मैं कà¥?या करà¥?à¤?। मैं कहां जाऊं कà¥?या करà¥?à¤?।
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अगला सीन: à¤?क लड़की पूजा करते हà¥?à¤?। तà¤à¥€ दो और वà¥?यकà¥?ति आते हैं
लड़की : ओम जय जयगदीश हरे…
�क व�यक�ति आता है। तस�वीर उठा कर फेंक देता है।
व�यक�ति : बंद कर। अगर तूने इस घर में पूजा करने की कोशिश की तो म�� से ब�रा कोई नहीं होगा, याद रखना।
लड़की : ये तà¥?मने कà¥?या कर दिया राम। à¤à¤—वान जी की तसà¥?वीर तोड़ डाली। ये तà¥?मने कà¥?या कर दिया, राम। ये तà¥?मने कà¥?â€?या कर दिया
लड़का : (ह�सता है।) मेरा नाम राम नहीं शहजाद अली है। और मैं हिन�दू नहीं, पक�का म�सलमान हूं।
लड़का : बेवकूफ, तू कान खोल के स�न, क�योंकि आज से न मैं राम हूं और न ही तू गीता। आज से तेरा नाम फातिमा बेगम है। और कल तेरा निकाह उस लड़के यामिन के साथ हमारे रीति रिवाज के म�ताबिक कर दिया जा�गा और त��े इसी के साथ रहना पड़ेगा।
लड़की : तà¥?म à¤?ूठबोल रहे हो à¤?सा नहीं हो सकता। तà¥?म à¤?ूठबोल रहे हो…
लड़का : खामोश अगर कोई à¤?सा नाम लिया जो हमारे धरà¥?म के खिलाफ है। कà¥?या रखा है। कहां है तेरा à¤à¤—वान… इन तसà¥?वीरों में… ये सब à¤?ूठ… ढोंग है। पाखंड है। अरे अगर इबादत ही करनी है तो उस खà¥?दा की कर जिसने सारी कायनात को बनाया है।
लड़की : म��े मेरे घर जाने दो म��े मेरे घर जाना है। म��े माफ कर दो।
लड़का : घर, हा हा हाà¤?… कौन सा घर। अब तेरा घर तो यही है और यहीं तà¥?à¤?े रहना है। और ये पूजा-वूजा छोड़ और नमाज़ पढ़ना शà¥?रू कर दे कà¥?â€?योंकि कल से तू पकà¥?की मà¥?सलमान हो जाà¤?गी। यामिन यहां आओ, इस लड़की को अपने साथ लेकर जाओ। कल तà¥?मà¥?हारा निकाह इस लड़की के साथ कर दिया जाà¤?गा।
यामिन : चलो बेगम, मैं त�म�हें ख�श रखूंगा, चलो।
यामिन लड़की को खींचकर ले जाता है, लड़की रोती है।
लड़का : जब हिनà¥?दू लड़कियां हमारे चंगà¥?ल में फंस जाती है, तो वो चीखती है… चिलà¥?लाती है। फड़फड़ाती है… मगर अफसोस उनकी सà¥?ननेवाला कोई नहीं होता और हमें बड़ा मजा आता है।
(छह)
बहन जी : इस देश की चिनà¥?ता करते-करते न जाने कितने मासà¥?टर शहीद हो जाà¤?ंगे लेकिन… लेकिन आप लोगों की आà¤?खें नहीं खà¥?लेंगी। और अब वो दिन दूर नहीं जब हम अपने आपको हिनà¥?दू कहने में à¤à¥€ डरेंगे फिर कहीं à¤à¥€ आपको सोहन लाल, मोहन लाल, आतà¥?माराम, राधे कृषà¥?ण नजर नहीं आà¤?ंगे। जहां कहीं à¤à¥€ देखेंगे… तो हमें दिखाई देंगे… अबà¥?â€?बास, नकवी, रिजवी और मौलवी … सारी तरफ सà¥?कूल, कॉलेजस बंद कर दिये जाà¤?ंगे … और खà¥?ल जाà¤?ंगे मदरसे … और वहां से जारी होगा à¤?क फतवा देने का सिलसिला कि इस देश से हिनà¥?दà¥?ओं को निकाल दो… उनà¥?हें गà¥?लाम बना लो … कà¥?योंकि हमें यहां पर राज करना है… इसे पाकिसà¥?तान बनाना है… फिर हिनà¥?दà¥?ओं की लड़कियों का घरों से निकलना ही मà¥?शà¥?किल हो जाà¤?गा… उनके घरों पे क़ाबिज़ हो जाà¤?ंगे मà¥?सलमान… फिर उनकी असà¥?मिता की रकà¥?षा कौन करेगा।
व�यक�ति-४ : नहीं- नहीं �सा हम हरगिज नहीं होने देंगे। मास�टर जी के सपनों को साकार करने के लि� और इस हिन�द�स�तान को पाकिस�तान न बनने देने के लि� अब हम देश के लि� जि�ंगे देश के लि� मरेंगे।
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बहन जी : इस धà¥?वज का समà¥?मान करते हà¥?à¤? à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ जनता पारà¥?टी के धà¥?वज को लेकर आगे चलें और केसरिया धà¥?वज को लहरायें ‘जय शà¥?रीराम’
सब : जय शà¥?रीरामÂ
पà¥?रसà¥?तà¥?ति: à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ जनता पारà¥?टी, सांसà¥?कृतिक पà¥?रकोषà¥?ठ, उतà¥?तर पà¥?रदेश
श�री डी.पी. सिन�हा, राष�ट�रीय अध�यक�ष; श�रीमति अल�पना तलवार, प�रदेश अध�यक�ष
आà¤à¤¾à¤°- शà¥?री अटल बिहारी वाजपेयी जी, शà¥?री लाल कृषà¥?ण अडवाणी जी, डा. मà¥?रली मनोहर जोशी जी, शà¥?री वैंकà¥?या नायडू जी, शà¥?री राम लाल जी, शà¥?रीमती सà¥?षमा सà¥?वराज जी, शà¥?री मà¥?खà¥?तार अबà¥?बास नकवी जी
विशेष सहयोग à¤?वं आà¤à¤¾à¤°- शà¥?री केशरीनाथ तà¥?रिपाठी, पà¥?रदेश अधà¥?यकà¥?ष, उतà¥?तर पà¥?रदेश, शà¥?री कलà¥?याण सिंह जी, शà¥?री विनय कटियार जी, शà¥?री लाल जी टणà¥?â€?डन जी, शà¥?री कलराज मिशà¥?र जी, शà¥?री ओमपà¥?रकाश सिंह जी,शà¥?री सूरà¥?यपà¥?रताप सिंह जी, शà¥?री नागेनà¥?दà¥?र जी, शà¥?री रावेश जी, शà¥?री जितेनà¥?दà¥?र जी, शà¥?री रमापति राम तà¥?रिपाठी जी, शà¥?री सà¥?वतंतà¥?र देव जी, ललà¥?लू सिंह जी
निरà¥?देशन-चौधरी विरेनà¥?दà¥?र सिंह पà¤?वारÂ