By TCN News,
पटना : ‘सम्पूर्ण नियोजन के लिए आल बिहार उर्दू – बांग्ला स्पेशल टीईटी पास उम्मीदवार और आल बिहार उर्दू टीईटी संघर्ष मोर्चा के द्वारा किए जा रहे शांतिपूर्ण मार्च पर जिस तरह से पुलिस के द्वारा लाठीचार्ज चार्ज कर पुरुष महिला अभ्यर्थियों को बर्बरता पूर्ण तरीके से मारा पीटा गया है, वह काफी नींदनीय घटना है. नौकरी की उम्मीद लिए प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने जो कार्रवाई की है, वह एक सोची समझी साजिश का नतीजा लग रहा है.’
उक्त आरोप लगाते हुए बिहार कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश अध्यक्ष श्री मिन्नत रहमानी ने कहा कि धरने पर बैठे अभ्यर्थियों ने जो आप बीती सुनाई उससे किसी की रूह तक काँप जाए. रहमानी ने कहा कि सरकार यदि न्याय के खिलाफ़ कोई भी क़दम उठाएगी तो हम उसका विरोध करेंगे. जिस तरह से सरकार की तरफ से माननीय उच्च न्यायालय के समक्ष अपना पक्ष रखने कोई भी वकील उपस्थित नहीं हो रहा है, उससे नितीश सरकार पर सवाल उठने लगते हैं.
मिन्नत रहमानी ने आरोप लगाया कि पुलिस ने जानबूझ कर प्रदर्शन में शामिल मुस्लिम महिलाओं पर भी बल का प्रयोग किया. ऐसा महिला पुलिस की अनुपस्थिति में किया गया जो पूरी तरह से गैर-कानूनी है. आर ब्लॉक में धरने पर बैठे घायल छात्रों व उम्मीदवारों से मिलने पहुंचे श्री रहमानी ने धरनार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि भले ही कांग्रेस पार्टी ने बिहार सरकार को समर्थन दे रखा हो लेकिन यदि इन उर्दू बांग्ला टीईटी के हक़ में सरकार जल्द निर्णय नहीं लेगी तो अल्पसंख्यक विभाग सड़क पर उतरने को तैयार है.
रहमानी ने आखिर में कहा कि उर्दू टीईटी संघर्ष मोर्चा के संचालक श्री अब्दुल बांके अंसारी, शमाएल नबी और रज़िया खातून से सरकार के प्रतिनिधि को जल्द बात करना चाहिए. ताकि धरने को खत्म कर सम्पूर्ण नियोजन सुनिश्चित हो सके.