By TCN News,
नई दिल्ली: हरियाणा के फरीदाबाद में 20 अक्टूबर 2015 को दबंगों ने रात में सोते हुए एक दलित परिवार पर पेट्रोल डालकर जला देने की घटना को अंजाम दिया जिसमे दो मासूम बच्चो की जलकर दर्दनाक मौत हो गई. इसके साथ पति पत्नी गंभीर रूप से जल गए. इस घटना के दो रोज़ बाद 23 अक्टूबर को हरियाणा के जिला सोनीपत के गोहाना में पुलिस की बर्बरता के कारण एक दलित युवक की मौत हो गई.
आए दिन देशभर में दलितों के साथ इस प्रकार की दर्दनाक घटनाये होती रहती है और हर रोज़ इस प्रकार की घटनाओ में बढ़ोतरी हो रही है. फरीदाबाद व गोहाना की इन अमानवीय घटनाओ को लेकर देश भर के दलित समाज में रोष व्याप्त है.
दलितों के साथ हुई इन अमानवीय घटनाओं के विरुद्ध ‘भारतीय समन्वय संगठन (लक्ष्य)’ के हजारों कार्यकर्ताओ ने रविवार, 1 नवंबर को दोपहर 2 बजे दिल्ली के जंतर मंतर पर एक विरोध प्रदर्शन रैली की. इस रैली में हरियाणा, दिल्ली, उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश के लोगो ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और पीड़ित परिवारों ने भी रैली में सहभागिता प्रदर्शित की.
‘लक्ष्य’ की फरीदाबाद टीम ने दिल्ली कूच करते वक्त हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का पुतला फूंककर विरोध प्रकट किया.
रैली में वक्ताओं ने केंद्रीय राज्य मंत्री वी. के. सिंह की टिप्पणी पर रोष प्रकट किया और लोगो ने उनके इस बयान के खिलाफ नारे लगाये. रैली में उपस्थित लोगों ने हरियाणा सरकार के खिलाफ भी नारे लगाये. रैली के समापन पर महामहिम राष्ट्रपति व माननीय प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन दिया गया.