अफ़रोज़ आलम साहिल, TwoCircles.net
पटना: बिहार में हमने मतदाताओं से कई मुलाकातें की हैं, जो आगे भी जारी रहेंगी. लेकिन नीतिश कुमार का सम्बन्ध भाजपा से टूटने के बाद मोदी समर्थकों का मन बुरी तरह खट्टा हुआ है तो उन्हीं खट्टे मन वाले मतदाताओं से बातचीत के बाद वह दस बहाने सामने आए, जिनके तहत वे लोगों से अपील कर रहे हैं कि लोग नीतिश के पक्ष में वोटिंग न करें.
1 : नीतिश कुमार तो बहुत बढ़िया नेता हैं, लेकिन क्या करें सत्ता की लालच में जंगलराज वाले लालू के साथ मिल गए. कितना मतलबी हैं जिसका पूरी ज़िन्दगी विरोध किए, अब उसी के साथ हैं. अकेले होते तो हमलोग उन्हीं को पुर्ण बहुमत से जिताते.
2 : हमलोग तो नीतिश कुमार को ही वोट करते, लेकिन उन्हें तो हमारा वोट चाहिए ही नहीं. वो अब मुसलमान हो गए हैं. सिर्फ मुस्लिम लड़कियों के बारे सोचते हैं, उन्हीं को स्कॉलरशिप देते हैं. हमारी लड़कियां तो उन्हें पसंद ही नहीं हैं.
3 : नीतिश जी ने औरतों को आरक्षण देकर उनका मन काफी बढ़ा दिया है. लड़कियां भी काफी फारवर्ड हो गई हैं. पहले हमारी मां-बहने घर से नहीं निकलती थी. पर नीतिश ने हमारे संस्कार को ही ख़त्म कर दिया.
4 : मोदी जी 1.25 लाख करोड़ नीतिश कुमार को दे रहे हैं. लेकिन नीतिश कुमार लेने को तैयार ही नहीं हैं. वो बहुत अहंकारी हैं.
5 : नीतिशे जी के चलते बिहार में महंगाई बढ़ गई है. देखिए दाल कितना महंगा कर दिए हैं.
6 : नीतिश कुमार बहुत लालची हैं. नरेन्द्र मोदी की जगह खुद प्रधानमंत्री बनना चाहते थे. क्या पता फिर मुख्यमंत्री बनने के बाद पीएम बनने का सोचने लगें या चारा चोर को प्रधानमंत्री बना दें.
7 : नीतिश जी ने कोई विकास ही नहीं किया. बिहार का बेड़ा गर्क कर दिया. थोड़ा-बहुत विकास हुआ भी तो बीजेपी की वजह से. (हालांकि यही भक्त जब नीतिश बीजेपी में थे तो बिहार की सड़कों की तस्वीरें फेसबुक पोस्ट करके बिहार को पेरिस बताते रहे हैं.)
8 : नीतिश जी बिजली का वादा किए थे. कहे थे कि गांव-गांव बिजली नहीं पहुंची तो वोट मांगने नहीं आउंगा, तो अब क्यों आ रहे हैं. हमारे यहां तो बिजली 2 घंटा भी नहीं रहता (तभी बगल में खड़ा व्यक्ति तुरंत बताता है कि हमारे यहां 22 घंटे बिजली रहती है भाई)
9 : केन्द्र में मोदी जी हैं, इसलिए यहां भी बीजेपी को रहना ज़रूरी है. मोदी जी जिस तरह से गुजरात व दिल्ली का विकास किए उससे अच्छा बिहार को बना देंगे. बिहार विश्व का नंबर वन ‘देश’ बन जाएगा. (बिहार को देश ही बताते हैं.)
10 : नीतिश जी को ही मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं, लेकिन वोट तो मोदी जी को ही देंगे. (यह बात वैसे ही है जैसे कोई यह चाहे कि हिन्दुस्तान –पाकिस्तान के मैच में अफगानिस्तान जीत जाए.)