अफ़रोज़ आलम साहिल, TwoCircles.net
पटना : बिहार चुनाव 2015 में मतदाता जागरूक रहें, इस तथ्य को ध्यान रखते हुए चुनाव आयोग ने राज्य के सभी ज़िला निर्वाचन पदाधिकारी सह ज़िलाधिकारी को ज़िला स्तर पर चुनाव पोर्टल तैयार करने का निर्देश दिया है ताकि चुनाव संबंधी अपडेट जानकारियां सभी सहयोगी संगठनों व विभागों को उपलब्ध कराने के साथ-साथ मतदाताओं को भी दी जा सके.
इस निर्देश में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि हर ज़िले के पोर्टल को समय-समय पर अपडेट किया जाना ज़रूरी है. ये पोर्टल सभी ज़िलों के वेबसाइट के साथ जुड़ा रहेगा ताकि मतदाताओं को अपने-अपने ज़िलों में चुनाव पोर्टल तलाश करने में परेशानी न हो.
इस पोर्टल पर चुनाव आयोग मतदाताओं को चुनाव संबंधित तमाम निर्देशों, तिथियों व अन्य जानकारियां उपलब्ध कराएगा. यही नहीं, इन पोर्टल्स को फेसबुक व वाट्सएप से भी जोड़ने की योजना है. यानी चुनाव संबंधित तमाम जानकारियां फेसबुक व वाट्सएप के ज़रिए भी मतदाताओं को दी जाएगी. चुनाव आयोग कुछ दिनों पूर्व सभी मतदाताओं से अपना मोबाइल नंबर व ईमेल आईडी उपलब्ध कराने की अपील कर चुका है. जानकारी के मुताबिक अब तक एक लाख से अधिक मोबाइल नंबर चुनाव आयोग के पास पहुंच चुके हैं.
लेकिन दिलचस्प बात यह है कि चुनाव आयोग का यह निर्देश बिहार के ज़िलों के अधिकारी कितना मानते हैं.. राज्य का आलम तो यह है कि ‘स्टेट इलेक्शन कमीशन’ की खुद की वेबसाइट http://sec.bih.nic.in 29 फरवरी, 2012 के बाद अपडेट नहीं हो सकी है. ज़्यादातर ज़िलों की वेबसाइटों का भी यही हाल है.
हालांकि भारत निर्वाचन आयोग के चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर, बिहार की वेबसाइट अपडेट ज़रूर है. यह वेबसाइट फेसबुक के साथ भी जुड़ी हुई है. इसके फेसबुक पेज़ को अब तक 3625 लोग लाईक कर चुके हैं.