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बस्तर: आज छत्तीसगढ़ के आदिवासी मानवाधिकारों के लिए संघर्ष कर रही सोनी सोरी पर पुलिस ने हमले की कोशिश की है. जब यह कोशिश की गयी तब सोनी सोरी जगदलपुर जिला न्यायालय में एक मामले में सुनवाई के लिए जा रही थीं.
दरअसल आज सोनी सोरी एक जीप में सवार होकर आदिवासी पत्रकार लिंगाराम कोड़ोपी, पत्रकार कमल शुक्ला और तामेश्वर सिन्हा व दो सुरक्षाकर्मियों के साथ अदालत में पेश होने जा रही थीं. अपनी फेसबुक वॉल पर लगायी गयी पोस्ट में लिंगाराम ने लिखा है कि यात्रा के दौरान एक बगैर नंबर वाली पुलिस जीप ने पीछे से आकर सोनी सोरी की जीप को ओवरटेक किया.
इसके बाद उन्होंने सोनी सोरी की जीप रोक दी. इस जीप को वहीँ रोका गया, जहां पिछली बार सोनी सोरी के चेहरे पर घातक केमिकल से हमला किया गया था. इसके अगली जीप से उतरे लोगों ने सोनी सोरी पर चिल्लाना और उन्हें गाली देना शुरू कर दिया.
सूझबूझ का परिचय देते हुए लिंगाराम ने गाड़ी को कच्चे रास्ते की ओर मोड़ लिया और गाड़ी बढ़ाकर आगे लेते आए. लेकिन यह पीछा करने और गाड़ी को रोकने का खेल यहीं नहीं ख़त्म होना था. उस गाड़ी ने फिर से सोनी सोरी की जीप को ओवरटेक किया और पीछे से एक दूसरी पुलिस जीप ने सोनी सोरी की गाडी को पीछे से घेर लिया.
अगली जीप में मौजूद लोग उंगलियां दिखाकर सोनी सोरी और लिंगाराम कोड़ोपी को धमकाते रहे लेकिन कुछ देर आगे चलकर दोनों जीपें कोड़ेनार पुलिस थाने की भीतर चली गयीं और सोनी सोरी कोर्ट की तरफ बढ़ गयीं.
पत्रकार और मानवाधिकार कार्यकर्ता हिमांशु कुमार ने सोनी सोरी पर फिर से हमले की आशंका ज़ाहिर की है. उन्होंने अपनी वाल पर लिखा है, ‘असल में कई बार जीप में सिर्फ सोनी सोरी और लिंगा कोड़ोपी अकेले ही होते हैं. लेकिन आज सोनी सोरी के साथ इतेफाक से कई लोग मौजूद थे. इसलिये आज पुलिस कोई बड़ा कांड नहीं कर पाई. लेकिन जल्द ही सरकार सोनी सोरी और लिंगा कोड़ोपी पर हमला कर सकती है.’