TwoCircles.net Staff Reporter
दिल्ली:दो दिन पूर्व त्रिमोही, बाड़मेर के गडरा रोड में अम्बेडकरवादी विचारक और वरिष्ठ पत्रकार दिलीप मंडल ने इतिहासकार ताराराम गौतम के साथ डेल्टा मेघवाल के पिता महेंद्रराम मेघवाल से मुलाकात कर डेल्टा मेघवाल की हत्या और उसके साथ हुए बलात्कार के मामले में उनके पक्ष व वर्तमान हालात को जानने की कोशिश की.
डेल्टा के पिता महेंद्रराम मेघवाल ने अपनी व्यथा बताते हुए कहा कि राजस्थान सरकार ने सीबीआई जांच के नाम पर उनके साथ धोखा किया है. अगर उन्हें न्याय नहीं मिलता है तब वह आगे की ज़िन्दगी नहीं जीना चाहेंगे, वे खुद को ख़त्म कर लेंगे.
उन्होंने बताया कि जिन्हें वे अपना साथी समझते थे, उन्हीं क़रीबी लोगों ने इस संघर्ष में उनका साथ छोड़ा, उन्हें भ्रमित किया और डराया. अभी महेंद्रराम इस कदर असुरक्षा की भावना में है कि उन्होंने बीकानेर वेटनरी कॉलेज में पढ़ रहे बड़े बेटे की पढाई छुड़वा दी. उन्हें डर है कि वहां उनके बेटे के साथ भी कोई अनहोनी नहीं हो जाए. महेंद्र राम ने बताया कि वे एक बेटी खो चुके हैं लेकिन वे नहीं चाहते कि इस मामले की वजह से उनके बेटों की सुरक्षा दांव पर लगे.
उनको हिम्मत बंधाते हुए दिलीप मंडल ने कहा कि उनकी नाउम्मीदी को वे समझते हैं, डेल्टा मामले में हुए संघर्ष के बाद अब ऐसे मामले कम होंगे क्योंकि दलित लड़की के न्याय के लिए इससे पहले कभी नेशनल, इंटरनेशनल लेवल पर इतना बड़ा मुद्दा नहीं बना था. इसमें अन्य समुदायों के इंसाफ़पसंद लोगों ने भी साथ दिया.
उन्होंने समाज के फिर से एकजुट होकर संघर्ष करने की बात कही. उन्होंने कहा कि डेल्टा को न्याय नहीं मिलता है तो यह समूचे समाज की हार होगी इसलिए हमें इस मामले में फिर से अपनी आवाज़ उठानी होगी. उन्होंने सभी साथियों से अपील की और कहा कि अपने स्तर पर सब लोग फिर से इस मामले की पैरवी करें.