TwoCircles.net News Desk
फ़रीदाबाद (हरियाणा) : सहारनपुर शब्बीरपुर गांव में हुए दलितों के साथ जातीय संघर्ष और फिर पुलिस की एकतरफ़ा का विरोध अब उत्तर प्रदेश के अलावा दूसरे राज्यों में भी होने लगा है. रविवार को दलितों के बीच काम करने वाली ‘लक्ष्य’ नामक एक संस्था ने बहुजन जनजागरण अभियान के तहत लक्ष्य की हरियाणा युवा टीम ने सहारनपुर कांड के ख़िलाफ़ एक आक्रोश-प्रदर्शन फ़रीदाबाद में किया जिसमें सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया.
लक्ष्य के राष्ट्रीय प्रवक्ता के.पी. गौतम ने इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा की, साथ ही भारत सरकार व उत्तर प्रदेश सरकार से मांग करते हुए कहा कि, दोषियों को जल्द से जल्द कड़ी सज़ा दी जाए ताकि इस प्रकार की अमानवीय घटना की पुनरावृत्ति न हो सके.
उन्होंने कहा कि देश की 70 वर्षो की आज़ादी के बाद भी दलित समाज को अमानवीय जीवन जीने के लिए मजबूर किया जा रहा है.
उन्होंने योगी सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि यूपी में जैसे दलित समाज आज भी गुलाम है.
उन्होंने चेतावनी भरे शब्दों में कहा की दलित समाज के साथ इस प्रकार की अमानवीय घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. अगर केन्द्र की मोदी सरकार और यूपी के योगी सरकार ने जल्द ही कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं किया तो ‘लक्ष्य’ पूरे देश में आन्दोलन चलाएगी.
‘लक्ष्य’ के युवा कमांडर नीरज नाहरवाल ने कहा कि, दलितों के साथ इस प्रकार की अमानवीय घटना से लगता है कि उत्तर प्रदेश में सरकार नाम की कोई भी चीज़ नहीं है. लक्ष्य इस प्रकार की घटनाओं का भविष्य में मुंहतोड़ जवाब देगा.
लक्ष्य के एनसीआर प्रभारी गंगालाल गौतम ने बहुजन समाज की एकता पर बल दिया. उन्होंने कहा कि बहुजन समाज में एकता के अभाव में ही इस प्रकार की घटनाएं होती हैं. अब समय आ गया है कि पूरे देश का दलित समाज एकजूट हो जाए.
लक्ष्य की टीम ने ज़िला फ़रीदाबाद के उपायुक्त के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति, माननीय प्रधान मंत्री, महामहिम गवर्नर व राष्ट्रीय अनुसूचितजाति आयोग को ज्ञापन भी भेजा है.
लक्ष्य के युवा कमांडर अशोक कुमार, पुनीत गौतम, महेंद्र कर्दम, अशोक कुमार, धर्मेंद्र कुमार आदि ने रैली को संबोधित किया तथा भविष्य में संघर्ष की लिए तैयार रहने को कहा.