आस मुहम्मद कैफ़, TwoCircles.net
बघरा (मुज़फ़्फ़रनगर) : दो साल पहले एक दलित की कैंसर से मौत हो गई. श्रम विभाग ने उनकी पत्नी को ढ़ाई लाख की सहायता दी. लेकिन इस दलित महिला का आधा रूपया एक छूटभैया नेता हड़प गया.
डेढ़ साल बाद जब इस दलित महिला का भतीजा बैंक में पासबुक इंट्री कराने गया तो सवा लाख कम देखकर हैरान परेशान हो गया. बैंक के बाद जब वो पुलिस थाना में कार्रवाई के लिए पहुंचा तो थानेदार ने कार्रवाई के लिए दस हज़ार की रिश्वत मांग ली.
ये मामला मुज़फ़्फ़रनगर जनपद के बघरा तहसील के गांव बुडीना कलां का है. यहां के 35 की सरोज एक भट्टे पर ईंट पाथने का काम करती हैं. उनका पति कृपाल (39) भी यहां मज़दूरी करता था. दो साल पहले इसकी मौत कैंसर के चलते हो गई.
पति की मौत के बाद सरोज की बेबसी व लाचारी को देखकर श्रम विभाग के उस समय यहां तैनात रहे एक ईमानदार कर्तव्यनिष्ठ अफ़सर को इस पर दया आ गई और उसको ढ़ाई लाख रुपए की सहायता मंजूर कर दी गई. इसके बाद उस अफ़सर का यहां तबादला हो गया.
इसके बाद श्रम विभाग के कर्मचारियों ने रंग दिखाना शुरू कर दिया और काम को मुश्किल कर दिया. आसानी के लिए एक छूटभईया नेता ने यह पैसा दिलाने का विश्वास दिलाया.
सरोज का कहना है, पता नहीं उस ‘नेता’ को कैसे जानकारी मिली. वो श्रम विभाग के लोगों को पहले से जानता था. वो मुझे बैंक लेकर गया और कागज पर अंगूठा लगवा लिया और मुझे कहा कि आपका पैसा फिक्स हो गया है, अब अपनी बेटी की शादी में निकाल लेना. मैं निश्चित हो गई. उसने बैंक को किताब (पासबुक) अपने पास रख ली और नई किताब मुझे दे दी. यह डेढ़ साल पुरानी बात है.
वो आगे कहती हैं कि, एक सप्ताह पहले मेरा भतीजा बैंक गया. वहां पता लगा कि मेरे खाते से 12 जनवरी 2017 को ही 77 हज़ार निकाल लिए गए और 50 हज़ार किसी राजीव के अकाउंट में ट्रांसफर हुए. यह दोनों दबंग हैं.
बुडीना के वर्तमान प्रधान मोहम्मद नईम के मुताबिक़, इस ठगी का पता लगते ही सरोज बदहवास हमारे पास आई. थाना पुलिस ने भी उसकी नहीं सुनी और रिश्वत ले ली. बाद में एसपी सिटी से शिकायत हुई तो रिश्वत के 10 हज़ार तो वापस मिल गए, मगर छुटभैया नेता के ख़िलाफ़ कार्रवाई तब भी नहीं हुई.
नईम बताते हैं, भ्रष्ट अफ़सर यहां सीधे काम नहीं करते. उन्हें हर मामले में दलाल की ज़रुरत होती है. इस मामले में भी यही हुआ. अनपढ़ और शरीफ़ लोग आसान टारगेट हैं.
मुज़फ़्फ़रनगर के एसपी सिटी ओमवीर सिंह के मुताबिक़ यह महिला उनसे मिली थी, जिसके लिए उन्होंने कार्रवाई के आदेश किए थे. हम जांच करा रहे हैं.