स्टाफ रिपोर्टर। Twocircles.net
किसान ट्रस्ट ने दुनिया का दर्द तस्वीरों के जरिए दिखाने वाले दिवंगत पत्रकार दानिश सिद्दीकी की याद में एक फ्रीडम अवार्ड देने की शुरुआत की है। किसान ट्रस्ट दानिश सिद्दीकी फ्रीडम अवार्ड से 16 नवंबर राष्ट्रीय प्रेस दिवस के दिन सम्मानित करेगा। इस पुरस्कार के लिए ऐसे लोगों या संगठन से आवेदन भी मांगें गए हैं जिनका मूल आज़ादी में विशेष योगदान रहा हों। किसान ट्रस्ट का इस पुरस्कार की शुरुआत करने का मकसद हर निर्भीक आवाज़ को बुलंद करना हैं और एक सच्ची और निष्पक्ष पत्रकारिता को सम्मानित करना है।
दिवंगत प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह द्वारा शुरू की गई किसान ट्रस्ट ने राष्ट्रीय प्रेस दिवस और अंतर्राष्ट्रीय सहिष्णुता दिवस के अवसर पर 16 नवंबर को दानिश सिद्दीकी फ्रीडम अवार्ड देने की घोषणा की हैं। किसान ट्रस्ट ने पुरुस्कार की घोषणा करते हुए कहा है कि अंतर्राष्ट्रीय सहिष्णुता दिवस एवं राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर किसान ट्रस्ट की ओर से समाज में अभिव्यक्ति की आज़ादी के मूल अधिकार के अग्रदूत की भूमिका निभाने वाले एवं सच्ची व निष्पक्ष पत्रकरिता को सम्मानित करने के लिए पुलित्जर पुरस्कार से सम्मानित फोटो जर्नलिस्ट दानिश सिद्दिकी के याद में दानिश सिद्दीक़ी फ़्रीडम अवार्ड की शुरुआत की जा रही है।
दानिश सिद्दीकी फ्रीडम अवार्ड के लिए निष्पक्ष और निर्भीक होकर समाज के लिए काम करने वालें लोग आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा इस अवार्ड के लिए वो लोग या संगठन भी आवेदन कर सकते हैं जो संवैधानिक मूल्यों की रक्षा के लिए तटस्थ होकर खड़े हो। इसके अलावा समाज में मूल आज़ादी के लिए काम करने वाले व्यक्तियों से भी आवेदन मांगे गए हैं। आवेदन की आखिरी तारीख 7 नवंबर हैं।
यह अवार्ड हर साल तीन लोगों को दिया जाएगा। अवार्ड के लिए उपयुक्त नाम का चयन एक पैनल करेगा। पैनल में समाजिक कार्यकर्ता योगेन्द्र यादव, फोटो जर्नलिस्ट प्रवीण कुमार के अलावा लेखक और इतिहासकार एस इरफान हबीब शामिल हैं। किसान ट्रस्ट राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर 16 नवंबर को दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में एक कार्यक्रम में इस अवार्ड के लिए चयनित होने वालों को सम्मानित करेगा।
किसान ट्रस्ट एक समाजिक संस्था हैं जो किसानों के लिए कार्य करती है। इस ट्रस्ट की नींव 1979 को पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह ने रखी थी। फिलहाल राज्यसभा सांसद जयंत चौधरी इस ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं। जयंत चौधरी ने ट्वीट करते हुए कहा कि आजादी के लिए कड़ा संघर्ष किया गया था लेकिन सुरक्षा के लिहाज से आज़ादी को बचाए रखने के लिए अधिक सतर्कता की जरूरत है। ऐसे व्यक्ति या संगठन जो समाज में मूल आज़ादी के लिए काम कर रहे हैं उनका दानिश सिद्दीकी फ्रीडम अवार्ड से हौसला बढ़ाएं।
अभी हाल ही में न्यूयॉर्क में आयोजित एक कार्यक्रम में रॉयटर्स के दिवंगत फोटो जर्नलिस्ट दानिश सिद्दीकी की ओर से उनके बच्चें 6 वर्षीय पुत्र यूनुस सिद्दीकी और 4 साल की बेटी सारा सिद्दीकी ने पुलित्जर अवार्ड प्राप्त किया था। 16 जुलाई 2021 को फोटोजर्नलिस्ट दानिश सिद्दीकी अपने कर्तव्य के मोर्चे पर अफगानिस्तान में शहीद हुए थे। दानिश सिद्दीकी रॉयटर्स के लिए फ़ोटो पत्रकारिता करते थे। दानिश सिद्दीकी ने दो बार पुलित्जर अवार्ड के विजेता रहे हैं।