By TCN News,
कट्टरपंथी-आतंकवादी और जमात-उद-दावा के मुखिया हाफ़िज़ सईद से मुलाक़ात कर चर्चा में आए वेद प्रताप वैदिक ने इस बार अपने सिर पर नयी मुसीबत मोल ले ली है. अजमेर साहित्य उत्सव के आखिरी दिन शिरकत कर रहे वैदिक ने कहा है कि यदि संसद सदस्य उनके खिलाफ़ राष्ट्रदोह का प्रस्ताव लाते हैं तो मैं पूरी संसद पर थूक दूंगा.
मोदी सरकार के क़रीबी और बाबा रामदेव के सहयोगी वेद प्रताप वैदिक ने आगे कहा कि अगर वे कहते हैं कि ‘मैं राष्ट्रद्रोही हूं तो मैं कहता हूं कि तुम सभी मूर्ख हो. विवाद के दौरान ही उनका मन सांसदों के मुँह पर थूकने का कह रहा था. जो लोग हाफ़िज़ सईद से मुलाक़ात पर मेरी आलोचना कर रहे हैं, वे मूर्ख हैं.’
Hafiz Saeed and Ved Pratap Vaidik (file photo)
ज्ञात हो कि कुछ ही समय पहले ब्लैकलिस्टेड आतंकवादी हाफ़िज़ सईद से मुलाकात के बाद वेद प्रताप वैदिक को अपने देश में घोर आलोचना का सामना करना पड़ा था. इस मुलाक़ात के दौरान वैदिक ने हाफ़िज़ सईद को हिन्दुस्तान आने का न्यौता तक दे डाला था. सफ़ाई की रणनीति के तहत वैदिक ने कह दिया था कि वे हाफ़िज़ सईद से एक पत्रकार के तौर पर मिले थे, फ़िर भी घटना के इतने दिनों बाद भी वे हाफ़िज़ से बातचीत का पुख्ता दस्तावेज़ पेश करने में विफल रहे हैं. उनकी इस मुलाक़ात के बाद विपक्ष ने कहा था कि इतने ख़तरनाक आतंकी से मुलाक़ात के पीछे सरकार का हाथ है, लेकिन एनडीए सरकार ने ऐसी किसी सम्भावना से इनकार कर दिया.
अजमेर साहित्य उत्सव में वैदिक ने कहा कि यदि मुझे जेल भेजा जाता है तो मैं मनमोहन सिंह के साथ तिहाड़ जेल में जाना चाहूंगा क्योंकि उन्होंने हाफ़िज़ सईद से बड़े हत्यारे परवेज़ मुशर्रफ़ से मुलाक़ात की है. अब देखने की बात है कि केन्द्र सरकार संसद और तमाम संसद सदस्यों के इस अपमान पर कौन-सा कदम उठाती है?