TwoCircles.net News Desk
लखनऊ : बाबा साहब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में रोहित वेमुला की आत्महत्या के लिए मोदी को जिम्मेदार मानते हुए ‘मोदी गो बैक’ के नारे लगाने वाले अंबेडकरवादी प्रतिरोध की परंपरा का झंडा बुलंद करने वाले छात्रों को लखनऊ की सामाजिक संस्था रिहाई मंच ने सम्मानित करने का ऐलान किया है.
रिहाई मंच के प्रवक्ता शाहनवाज़ आलम और राजीव यादव ने जारी बयान में कहा है कि ‘मोदी गो बैक’ का नारा देकर बाबा साहब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के छात्रों ने पूरी दुनिया को यह संदेश दिया है कि तर्कशील समाज इस फासिस्ट निजाम को बर्दास्त नहीं करेगा, चाहे वह इसे रोकने के लिए कितने भी सुरक्षा प्रबंध कर ले.
उन्होंने कहा कि मोदी ने रोहित की मौत की वजह जो भी रही हो कहकर अपनी दलित विरोधी सरकार की संलिप्तता को उजागर कर दिया है कि चाहे कितने भी रोहित मर जाएं मोदी और उनकी सरकार पर कोई फ़र्क़ नहीं पड़ने वाला है. मोदी को ‘मां भारती’ के लाल की इतनी ही चिंता थी तो उन्होंने क्यों नहीं उसके दोषियों को सज़ा देने की बात कही. मोदी और उनके मंत्री पहले ही साफ़ कर चुके हैं कि दलित और मुस्लिम उनकी फासिस्ट राजनीति के लिए कुत्ते के पिल्ले से ज्यादा की अहमयित नहीं रखते हैं.
उन्होंने कहा कि ‘मोदी गो बैक’ के नारे से तिलमिलाए मोदी असफलताओं से सीखने की बात कह रोहित और उसके न्याय के लिए लड़ने वाले साथियों को नैतिकता की शिक्षा देना बंद करें.
मंच ने कहा कि जिस अच्छे-बुरे का भेद सिखाने वाली शिक्षा के बारे में मोदी बात कर रहे थे, उसी संविधान सम्मत चेतना से लैश होकर रोहित लड़ रहा था और उसके न होने पर इंसाफ़ के लिए उसके साथी लड़ते हुए लखनऊ से ‘मोदी गो बैक’ का नारा दिया है.