TwoCircles.net News Desk
सीतापुर (उत्तर प्रदेश) : ‘आज़ादी के 70 वर्षो बाद भी इस देश में दलितों की कोई सुनने वाला नहीं है. हर घटना के बाद पुलिस सिर्फ़ दलितों के ख़िलाफ़ ही कार्रवाई करती है.’
ये बातें बुधवार को उत्तर प्रदेश के सीतापुर ज़िले के गावं रामभरी में दलित मुद्दों पर काम करने वाली लक्ष्य संस्था द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में लक्ष्य की महिला कमांडर संघमित्रा गौतम ने कही.
उन्होंने उत्तर प्रदेश के ज़िला सहारनपुर में दलितों के नरसंहार पर गहरा दुख जताया और कहा कि इस घटना के बाद ऐसा प्रतीत होता है कि उत्तर प्रदेश में जैसे शासन-प्रसाशन नाम की कोई चीज़ है ही नहीं. उन्होंने लोगों से इन अत्याचारों के ख़िलाफ़ एकजुट होकर विरोध करने की बात कही.
इस अवसर पर संघमित्रा गौतम ने तथागत गौतम बुद्धा की जयंती के अवसर पर सभी को हार्दिक शुभकामनायें दी तथा गौतम बुद्धा द्वारा बताये रस्ते पर चलने की अपील भी की.
लक्ष्य कमांडर रेखा आर्या ने यूपी में दलितों की दुर्दशा पर दुख प्रकट करते हुए कहा कि, इसके लिए हम खुद ज़िम्मेदार हैं. हमें आपस में एकता व भाईचारा बनाना होगा ताकि हम बहुजन समाज पर हो रहे क़त्लेआम को रोक सकें और दूषित मानसिकता वाले लोगों को सज़ा दिलवा सकें.
लक्ष्य के यूथ कमांडर अनुज कामले ने युवाओं से बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर द्वारा बताए रास्ते पर चलने की अपील की.
लक्ष्य कमांडर तुलसी राम ने भी बहुजन समाज की एकता पर बल दिया. उन्होंने कहा कि, दलितों के साथ आज जो भी घटनाएं हो रही हैं, उसका एक ही कारण है कि बहुजन समाज में एकता नहीं है. अब हमें एकजूट होने की ज़रूरत है.
इस कायक्रम में कई गांव के लोगों ने भाग लिया. विशेष तौर पर युवा व महिलाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया.