TwoCircles.net Staff Reporter
नई दिल्ली/मुज़फ़्फ़रनगर : देश को शर्मसार कर देने वाले मुज़फ़्फ़रनगर दंगे के बाद जाट और मुस्लिमों के बीच बढ़ी दूरियों को मिटाने की कोशिश में समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव इन दिनों लगे हुए हैं.
इसके लिए उन्होंने बुधवार को अपने आवास पर प्रभावशाली जाट और मुस्लिम चौधरियों की पंचायत बुलाई और दोनों पक्षों से बुरे अतीत को त्याग कर आगे बढ़ने की बात कही.
मुलायम सिंह ने यहां दोनों पक्षों से समझौता कर लेने की अपील की. बता दें कि सवा चार साल पहले हुए मुज़फ़्फ़रनगर दंगे के दौरान मुलायम सिंह यादव मुज़फ़्फ़रनगर नहीं आए थे. आजतक ये इलाक़ा उनकी बाट जोह रहा है.
इस पंचायत में एक समिति का गठन भी किया गया, जो पीड़ितों के बीच सामंजस्य बैठाने और सुलह समझौते का प्रयास करेगी. इस समिति में मुलायम सिंह यादव के साथ-साथ पूर्व मंत्री कुलदीप उज्जवल, ओमपाल नेहरा, विपिन बालियान, बाबा सूरजमल, करणपाल तोमर, ज़हूर हसन, अख्तर हसन पलड़ा आदि को सदस्य बनाया गया है.
गौरतलब रहे कि इस मुज़फ़्फ़रनगर दंगे में 68 लोगों की मौत हो गई थी और लाखों लोग बेघर हो गए. उस समय के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इसे अपने कैरियर पर दाग़ बताया था.
इस दंगे के बाद कुल 675 मुक़दमे दर्ज किए गए थे, जिनकी जांच एसआईटी ने की थी. अब लगभग 200 मामले अदालत में चल रहे हैं. यही नहीं, कुल 6 गैंगरेप के मुक़दमे भी दर्ज हुए और अब तक 3 मामलों में अदालत का फैसला आया है, जिसमें आरोपी बरी हो चुके हैं.