आस मुहम्मद कैफ़, TwoCircles.net
मंसूरपुर : दलितों मे असंतोष लगातार बढ़ता जा रहा है. भीम आर्मी के प्रभुत्व वाले क्षेत्र में एक अन्य संगठन ‘भीम युवा संगठन’ ने स्थानीय प्रशासन के लिए मुश्किल खड़ी कर दी है.
दलितों का यह संगठन अपने समाज के लोगों के घर जाकर वहां देवी-देवताओं पोस्टर फाड़ रहा है और हिन्दू रीति-रिवाजों से पूरी तरह दूरी बनाने को कह रहा है. वहीं सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियो सामने आ रहे हैं, जिसमें लोग खुद अपने घरों से देवी-देवताओं के पोस्टर व मूर्ति फेंक रहे हैं.
मुज़फ़्फ़रनगर जनपद की मंसूरपुर पुलिस ने इस मामले में 3 दलित युवकों के ख़िलाफ़ मुक़दमा दर्ज कर उन्हें गिरफ़्तार किया है.
खतोली पुलिस क्षेत्राधिकारी डॉक्टर राजीव कुमार के अनुसार मंसूरपुर थाने में इस तरह की घटना होने की जानकारी मिली थी कि कुछ युवक धार्मिक पोस्टर फाड़ रहे हैं, जिसमें 3 युवकों को गिरफ्तार किया गया है. इसमें कुल पांच युवक नामज़द हैं. इन पर धार्मिक उन्माद भड़काने और सौहार्द बिगाड़ने का आरोप है.
बता दें कि इस संगठन का नाम ‘भीम सेना युवा’ संगठन बताया जा रहा है और इसका अध्यक्ष लोकेश कटारिया नाम का युवक है.
यह युवक मेरठ जनपद के दोराला थाने के पुवारस गांव का रहने वाला है. फिलहाल पुलिस ने उसके ख़िलाफ़ भी धार्मिक उन्माद फैलाने का मुक़दमा दर्ज किया है.
जानकारी के अनुसार यहां के नोना गांव में लोकेश कटारिया 25 दिसम्बर को मेरठ में होने वाली दलित जनजागरण पंचायत में दलितों से समर्थन जुटाने यहां पहुंचे थे.
बैठक के बाद लगभग आधा दर्जन युवक ने दलितों के घर-घर जाकर हिन्दू देवी-देवताओं के पोस्टर फाड़ना शुरू कर दिया. बाक़ायदा इसकी वीडियो बनाई गई और उसे सोशल मीडिया पर वायरल किया गया.
बैठक में शामिल रहे नोना गांव के दलितों के मुताबिक़ लोकेश ने दलितों पर हो रहे अत्याचार के विरुद्ध आवाज़ उठाई है और पोस्टर हमने अपनी मर्ज़ी से उतारे हैं.
लोकेश कटारिया पहले भी दलित युवकों को कांवड़ लेकर न जाने के लिए प्रेरित कर चुके हैं.