हसन अकरम, TwoCircles.net के लिए
नई दिल्ली : 14 अप्रैल 2018 को अम्बेडकर जयंती पर दिल्ली के सरकारी अस्पताल तो बंद थे. बावजूद इसके इनमें से कई अस्पतालों ने आज की ही तारीख़ में मरीज़ों को अप्वाइंटमेंट दे रखा था, लेकिन जब मरीज़ इन अस्पतालों में पहुंचे तो वहां ताला लगा था.
30 साल की प्रीति कुमारी रोहिणी से सफ़दरजंग अस्पताल पहुंची. किडनी एवं लीवर टेस्ट के लिए उन्हें 14 अप्रैल का समय दिया गया था, लेकिन जब वो यहां पहुंची तो मालूम हुआ कि अस्पताल के सारे कर्मचारी अम्बेडकर जयंती की छुट्टी पर हैं.
वह कहती हैं, “अगर छुट्टी थी तो इस दिन का अप्वाइंटमेंट देना नहीं चाहिए था. मैं 500 रूपये खर्च करके यहां आई. मेरे इतने पैसे तो बेकार खर्च कराए.”
सफ़दरजंग अस्पताल के पास आज सैकड़ों मरीज़ और उनके परिजन परेशान दिखें. इन परेशान मरीज़ों ने बताया कि, उन्हें पहले से अप्वाइंटमेंट दिया गया था. अप्वाइंटमेंट के मैसेज भी बराबर मिल रहे थे. लेकिन अस्पताल बंदी के बारे में कोई सूचना नहीं दी गई. इस संबंध में उन्हें मोबाइल पर भी कोई संदेश नहीं भेजा गया.
अस्पतालों के अप्वाइंटमेंट ऑनलाइन बुक करने वाली वेबसाईट ors.gov.in द्वारा भी 14 तारीख़ के लिए सरकारी अस्पतालों की अप्वाइंटमेंट दी गई. कुछ मरीज़ों ने इस संवाददाता से नाम प्रकाशित नहीं करने की शर्त पर इसकी पुष्टि के लिए संदेश भी साझा किए.
सफ़दरजंग के अलावा दिल्ली के दूसरे अस्पतालों की भी यही कहानी थी. राम मनोहर लोहिया अस्पताल के बाहर भी दूर-दूर से आए मरीज़ आज परेशान दिखें.
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में आज मरीज़ों की संख्या कम थी, लेकिन यहां भी ऐसे लोग पहुंचे जिनको आज की तारीख़ में बुलाया गया था. वहां मौजूद अस्पताल के सुरक्षा गार्ड ने बताया कि 14 अप्रैल की अप्वाइंटमेंट वाले मरीज़ों को सोमवार के दिन डॉक्डर से दिखाने का अवसर दिया जाएगा.
40 साल के नरेश सिंह आज के दिन मिले अपने अप्वाइंटमेंट के अनुरूप गोरखपूर से एम्स पहुंचे. वह कहते हैं, “मैं जल्दी चेकअप कराकर अपने घर जाने वाला था. ट्रेन की ट्रेन भी तत्काल में कराया था. लेकिन अब बिना मेरी किसी ग़लती के सोमवार तक मुझे यहां रुकना होगा.”