आस मोहम्मद कैफ, TwoCircles.net
इस्लामिक कल्चर सेंटर के चुनाव में एक बार फिर सिराजुद्दीन ने अपने प्रतिद्वन्दी पूर्व मंत्री आरिफ मोहम्मद खान को 637 मतों से हराकर अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की हैं.
सिराजुद्दीन क़ुरैशी के पैनल ने भी एकतरफा जीत हासिल की. इस बार 3212 सदस्यों में से 2049 ने अपना मत दिया और 2041 मतों को योग्य माना गया. इसमें से 1339 मत अकेले सिराजुद्दीन क़ुरैशी और आरिफ मोहम्मद खान को 702 मत मिले.
सिराजुद्दीन पैनल के एसएम खान उपाध्यक्ष बने जबकि अबरार अहमद(1232),अबुज़र खान(1038),अहमद रज़ा(838)जमशेद ज़ैदी(833),शराफतउल्लाह(845),शमीम अहमद (697)और कमर अहमद(983) बोर्ड ऑफ ट्रस्टी चुने गए, बदरुदीन खान,(1022)शहाना बेगम,(994)सिकन्दर हयात(980) और बहार बर्की(897) कार्यकारी सदस्य चुने गए.
पूर्व मंत्री आरिफ मोहम्मद खान के पक्ष में पूर्व मंत्री सलमान खुर्शीद ,पूर्व राज्यसभा सांसद मोहम्मद अदीब,कमाल फारूकी, अनीस दुर्रानी, शकीलुजमा अंसारी और छत्तीसगढ़ के पूर्व डीजीपी वज़ीर अंसारी जैसे लोग जुटे मगर सिराजुद्दीन क़ुरैशी जीत गए.
सिराजुद्दीन क़ुरैशी के समर्थक नावेद हामिद कहते है “उम्मीद है अब चुनाव के प्रचार के दौरान पैदा हुई तल्खी को दूर करने की कोशिश होगी और दोनों समूह एक टेबल पर बैठकर इस्लामिक कल्चर सेंटर की बेहतरी और क़ौम के सुनहरे मुस्तक़बिल पर बात करेंगे “.
इस्लामिक कल्चर सेंटर के विस्तार और सिविल सेवा की तैयारी के लिए सेंटर के इंतजाम जैसे प्रोजेक्ट के अब शुरू किए जाने की उम्मीद है जैसे सिराजुद्दीन क़ुरैशी पैनल से कार्यकारी सदस्य चुने गए सिकंदर हयात कहते हैं”सिराज साहब ने इस्लामिक कल्चर सेंटर की बेहतरी के लिए हमेशा काम किया और दानिशमंद लोगो ने इसे समझा भी लिया. इस्लामिक कल्चर सेंटर में जाकर वो लगातार घण्टों दफ्तर में बैठते और इसके बेहतरी पर चिंतन करते यही कारण है पोस्टल बैलेट के अलावा मकामी हजरात ने भी उन्हें उसी ट्रेंड में वोट किया जाहिर है लोगो को उनकी मेहनत और नियत पर कोई सन्देह नही था”.
सिराजुद्दीन क़ुरैशी विरोधी समूह का हिस्सा रहे पूर्व राज्यसभा सांसद मोहम्मद अदीब अब कहते है”चुनाव में आरिफ मोहम्मद खान साहब की हार की सबसे बड़ी वजह नए सदस्य रहे इन्होंने जोश-खरोश से वोटिंग की जबकि 3212 सदस्यों में सिर्फ 2049 ने वोटिंग की.यह नए सदस्य सिराज साहब के अध्यक्ष रहते हुए बने.जाहिर है इनका झुकाव उनकी ही और था इसलिए हम चाहते थे कि अध्यक्ष का टेन्योर 3 साल का हो और वो सिर्फ दो बार चुनाव लड़ सके.अब चूंकि मेम्बर ही बदलाव नही चाहते हैं तो हम उनके फैसले का स्वागत करते है.अगर वो मिल बैठकर चुनावी तल्खी को मिटाना चाहते हैं तो इसका भी स्वागत है”.
इस्लामिक कल्चर सेंटर की इस चुनाव में एक महिला भी कार्यकारी सदस्य चुनी गई है.सैन्य पृष्ठभूमि वाली शाहना बेग़म जम्मू की रहने वाली है,इससे पहले भी वो एक बार कार्यकारी सदस्य चुनी गई थी अपनी जीत पर खुशी जाहिर करते हुए वो मुस्लिम महिलाओं की सेंटर में दखल की समर्थक है वो कहती है”आजकल मुस्लिम महिलाओं को खुदमख्तार होना बहुत जरूरी है और उन्हें प्रेरित किया जाना चाहिए कद्दावर मर्दो के बीच खुद को स्थापित करना यक़ीनन खुशी देता है और मैं कल्चर सेंटर के बेहतर प्लान के लिए काम करूंगी”.
बोर्ड ऑफ ट्रस्टी का चुनाव जीतने वाले एक सदस्य कमर अहमद ने सबसे ज्यादा तारीफ बटोरी है,सिराज पैनल से इतर चुनाव जीतने वाले वो अकेले सदस्य है.आज़ाद उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे कमर अहमद दिल्ली के पूर्व ट्रैफिक कमिश्नर रहे है.
इस्लामिक कल्चर सेंटर के अध्यक्ष सिराजुद्दीन क़ुरैशी इस नतीजे से बेइंतहा खुश है उनकी इस जीत ने उनका कद बढ़ गया है उनका मानना है उनकी गैर सियासी जमीन ने लोगो मे उनके प्रति भरोसा जताने में मदद की और वो अब इस्लामिक कल्चर सेंटर को आईएएस और आईपीएस पैदा करने का हब बनाना चाहते हैं.