सपा बसपा का सीट बंटवारा का ऐलान,अब सटीक जाति गणित से तय होंगे प्रत्याशी

आसमोहम्मद कैफ़, TwoCircles.net

लोकसभा चुनाव 2019 में समाजवादी पार्टी  और बहुजन समाज पार्टी ने अपनी सीटों का साझा ऐलान कर दिया है.दोनों पार्टिया मिलकर कुल 75 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी.तीन सीट राष्ट्रीय लोक दल को दे दी गई है।अमेठी और रायबरेली कांग्रेस के लिए छोड़ दी गई।


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इससे पहले 11 जनवरी को सपा बसपा की संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में दोनों दलों ने 38-38 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की थी तब कहा गया था कि किस पार्टी को कहां से चुनाव लड़ना है!समय आने पर इसकी घोषणा कर दी जाएगी.अब इसकी घोषणा कर दी गई है.समाजवादी पार्टी ने अपने खाते से एक सीट रालोद को दे है।इनमे मुजफ्फरनगर की सीट भी है यहां से रालोद के प्रमुख चौधरी अजित सिंह चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे.

सीट बंटवारे के अनुसार समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी जल्द ही अपने उम्मीदवारों को चुनाव लड़ने की हरी झंडी भी दे देगी. सपा 37, बसपा 38 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.सपा और बसपा में हुआ 75 सीटों का बंटव बंटवारे में कैराना,मुरादाबाद, रामपुर, संभल,गाजियाबाद, हाथरस, फिरोजाबाद , मैनपुरी, एटा, बदायूं, बरेली , पीलीभीत, खीरी, हरदोई, उन्नाव, लखनऊ में भी समाजवादी पार्टी चुनाव लड़ेगी.इटावा, कन्नौज, कानपुर , झांसी, कौशाम्बी, फूलपुर , इलाहाबाद , बाराबंकी, फैजाबाद, बहराइच, गोंडा ,गोरखपुर ,महराजगंज, कुशीनगर, आजमगढ़ , बलिया, चंदौली, मिर्जापुर, राबर्ट्सगंज, वाराणसी में समाजवादी पार्टी का उम्मीदवार होगा

सहारनपुर, बिजनौर, नगीना,अमरोहा, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर , मेरठ में बहुजन समाज पार्टी का उम्मीदवार, आगरा, अलीगढ़ भी बीएसपी के खाते में फतेहपुर सीकरी, आंवला, शाहजहांपुर बीएसपी लड़ेगी.धौरहरा, सीतापुर, मिश्रिख में बीएसपी चुनाव लड़ेगी. मोहनलालगंज, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़ बीएसपी लड़ेगी. फर्रूखाबाद, अकबरपुर, जालौन में बीएसपी लड़ेगी.

हमीरपुर, फतेहपुर, अम्बेडकरनगर , कैसरगंज, श्रावस्ती, डुमरियागंज में बीएसपी लड़ेगी.बस्ती, संतकबीरनगर, देवरिया, बांसगांव, लालगंज, घोसी, सलेमपुर बीएसपी लड़ेगी जौनपुर, मछलीशहर, गाजीपुर, भदोही बीएसपी लड़ेगी रायबरेली-अमेठी गठबंधन ने कांग्रेस के लिए छोड़ी गई है.मुजफ्फरनगर ,बागपत और मथुरा से रालोद चुनाव लड़ेगी.

सीधे तौर पर समझा जाएं तो सूची में पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बसपा का वर्चस्व दिखाई देते है जबकि पूर्वांचल में दोनों समान स्थिति में है.मध्य यूपी में समाजवादी पार्टी के प्रत्यशियों का दबदबा है.हालांकि दोनों पार्टीयों के सामने अब सबसे बड़ी मुश्किल प्रत्याशियों के चयन की है.गठबंधन की सफलता जातियों के एक हो जाने और परस्पर ईमानदारी पर निर्भर करती है.

उत्तर प्रदेश में कुल 17 अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित लोकसभा सीट है.इस समय इन सभी पर भारतीय जनता पार्टी का कब्जा है.2014 में भाजपा ने इन सीटों पर बेहतर रणनीति बनाई थी.सुरक्षित सीटों का भी दोनों दलों में जाति की प्रभाव वाली सीटों व क्षेत्रीय परिस्थितियों का ध्यान रखा गया है.बसपा 10 और सपा 7 सुरक्षित जैसे पश्चिमी उत्तर प्रदेश की सुरक्षित सीटें नगीना,बुलंदशहर,शाहजहांपुर आगरा बसपा खाते में गई है जबकि हरदोई, बहराइच ,इटावा पर सपा अपना केंडिडेट लड़ायेंगी.नगीना और बहराइच से भाजपा सांसद अपनी पार्टी बगावत कर चुके है.

कुछ सीटों पर प्रत्याशियों के चुनाव का विवाद भी सामने आ सकता है.जानकारों की माने तो समाजवादी पार्टी में कुछ नेता बागी हो सकते हैं.सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव इस सीट बंटवारे पर टिप्पणी की है कि “सपा के लोग ही इसे खत्म करने पर आमादा है”.

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