लाठी डंडे लेकर ईवीएम की पहरेदारी कर रहा है विपक्ष

opposition parties sitting in tents opposite to the strong room where the EVMs have been kept
आसमोहम्मद कैफ। मुजफ्फरनगर Twocircles.net

मुजफ्फरनगर में  दिन से ईवीएम की पहरेदारी करने की खबर है।11 अप्रैल को मुजफ्फरनगर में हुए लोकसभा मतदान के बाद से ही गठबंधन के उम्मीदवार

चौधरी अजित सिंह के समर्थकों ने यहां डेरा जमा दिया था. मुजफ्फरनगर में ईवीएम मशीन नई मंडी कुकड़ा में रखी गई है.यहीं 23 मई को मतगणना होगी.यही नही बिजनोंर लोकसभा के प्रत्याशी मलूक नागर की भी एक टीम यहाँ पहरेदारी कर रही हैं जिनकी दो विधानसभा इसी जनपद के हिस्सा है.यहां मौजदू लोगो के मुताबिक उन्हें सरकार की चौकीदारी पर भरोसा नही है.वो अपने सामान की खुद हिफाजत कर रहे है.


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ईवीएम रखे जाने वाली इस जगह पर दो दर्जन से ज्यादा लोग जुटे हैं.युवाओं की ड्यूटी तय की गई है.तीन शिफ्ट लगती है.रात और दिन के लिए अलग-अलग टीम है.हुक्का चारपाई और खाने की सब व्यवस्था है.रालोद के जिलाध्यक्ष अजित राठी इनका नेतृत्व कर रहे हैं जबकि बसपा और सपा के कार्यकर्ता भी मौजूद रहते हैं. ईवीएम के स्ट्रांग रूम के बाहर इसी तरह की चौकीदारी की पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अधिकतर जिलों से सूचना है.

ईवीएम मशीनों के सामने सड़क के एक और टेंट लगाकर  हुक्का गुड़गुड़ा रहे अजित राठी हमें बताते हैं कि “उन्हें सरकार की नीयत पर भरोसा नही है चौकीदार ईमानदार नही है.ईवीएम बदली जा सकती है इसलिए वो खुद हिफाजत कर रहे हैं.  मतदान के दौरान प्रशासनिक अमले ने बीजीपी प्रत्याशी को फायदा पहुंचाने की कोशिश की और कई जगह उन्हें विरोध का सामना करना पड़ा.हम प्रशासन की नीयत को समझ गए हैं.वो चौधरी साहब(अजित सिंह) को हराना चाहते हैं जबकि उनके पक्ष में भारी मतदान हुआ है वो चुनाव जीत गए हैं.अब मशीनों की गड़बड़ी से उन्हें हराया जा सकता है।इसलिए हम पहरा दे रहे हैं.

मंडी स्थल कुकड़ा में पहरेदारी कर रहे लोगो मे अधिकतर किसान है.चौधरी अजित सिंह मुजफ्फरनगर से संयुक्त विपक्ष दल के उम्मीदवार रहे हैं.उनका मुकाबला भाजपा के संजीव बालियान से है.संजीव बालियान 2014 में चार लाख मतों से चुनाव जीते थे मगर इस बार विपक्ष की एकजुटता से उनकी कश्ती डावांडोल है.

सिसौली के किसान भगत सिंह यहां पिछले 12 दिन से है उनके अनुसार वो सरकार निक्कमी है.इस समय किसानो के गेंहू कटाई और गन्ना बुआई का काम चल रहा है मगर तब भी वो यहां जुटे हैं क्योंकि मोदी सरकार किसानों को बर्बाद करके रख दिया है।किसानों के हित के लिए इस सरकार को चला जाने चाहिए।यह किसी तरह भी गड़बड़ कर सकते हैं।ईवीएम मशीन बदली जा सकती है इनमे गड़बड़ी की जा सकती है हम खुद पहरा दे रहे हैं और और किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार है.

https://www.youtube.com/watch?v=kYV1WNdSPxo&feature=youtu.be

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