स्टाफ़ रिपोर्टर।Twocircles.net
संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने गुरुवार को आईएएस, आईएफएस प्री-2021 परीक्षा की अधिसूचना अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर जारी कर दी है। परीक्षा में शामिल होने के इच्छुक उम्मीदवार 5 मार्च से इस परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं। लोक सेवा आयोग इस भर्ती परीक्षा के माध्यम से कुल 822 रिक्तियों की भर्ती करने जा रहा है। आईएएस और आईएफएस के लिए संयुक्त रूप से प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन 27 जून 2021 को किया जाएगा। इस परीक्षा में आवेदन करने की आखिरी तारीख 24 मार्च 2021 हैं।
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। आवेदन के लिए यूपीएससी की ऑफिशियल साइट upsconline.nic.in पर जाकर प्रक्रिया पूरी की जा सकतीं हैं। सिविल सेवा की परीक्षा के लिए उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त यूनिर्वसिटी या उच्च शिक्षा संस्थान से किसी भी विषय में ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए। IFS की परीक्षा के लिए उम्मीदवार को किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से पशुपालन और पशु चिकित्सा विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, रसायन विज्ञान, भूविज्ञान, गणित, भौतिकी, सांख्यिकी और जूलॉजी, कृषि या इसके समकक्ष विषयों में से कम से कम एक विषय के साथ स्नातक की डिग्री होनी चाहिए। जो उम्मीदवार अपने ग्रेजुएशन के फाइनल ईयर में है वह भी इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। हालांकि, मुख्य परीक्षा में शामिल होने तक उनकी डिग्री पूरी हो जानी चाहिए।
इस भर्ती परीक्षा के लिए आयु की न्यूनतम सीमा 21 वर्ष और अधिकतम 32 वर्ष है। एससी, एसटी वर्ग के उम्मीदवारों का पांच वर्ष, ओबीसी को तीन वर्ष की छूट है और शारीरिक अशक्त श्रेणी के उम्मीदवारों को दस वर्ष की छूट प्राप्त है। यूपीएससी ने उम्मीदवारों को परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए कुल अवसरों की संख्या 6 निर्धारित की है। जबकि ओबीसी उम्मीदवार को नौ अवसर दिए जाएंगे और एससी—एसटी उम्मीदवारों के लिए अवसर की संख्या सीमित नहीं हैं। यूपीएससी द्वारा जारी करे गए 822 पदों की भर्ती में आईएएस की 712 रिक्तियां हैं और आईएफएस की 110 रिक्तियां हैं।
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के सभी आवेदकों को सबसे पहले प्रारंभिक परीक्षा में बैठना होता है। इसमें पास होने वाले उम्मीदवारों को मेन्स परीक्षा में बैठने के लिए बुलाया जाता है। मेन्स में जो पास होता है वह इंटरव्यू तक पहुंचता है। फाइनल मेरिट लिस्ट इंटरव्यू और मेन्स परीक्षा में प्रदर्शन के आधार पर बनती है।