बिहार : घर में काम करने से इंकार किया तो दबंगों ने कर दी दलित युवक की हत्या

जिब्रानउद्दीन।Twocircles.net

आज 21वीं सदी में भी धर्म और जाति के आधार पर हो रहे अपराधों का आंकड़ा थमने का नाम नहीं ले रहा और दिन प्रतिदिन ये बढ़ता चला जा रहा है। नया मामला बिहार के सिवान जिला का है। जहां बुधवार को रामप्रवेश राम नामक एक दलित को कुछ लोगों ने जातिसूचक शब्दों की गालियां देते हुए मामूली सी बात पर हत्या कर दी। हत्या से आक्रोशित लोगों ने गुरुवार को शव के साथ इलाके की मुख्य सड़क को जाम कर दिया और आरोपियों के गिरफ्तारी की मांग करने लगे। इस मामले ने प्रशासन ने अब तक 8 नामजद आरोपियों में से 3 को गिरफ्तार कर लिया है। यह घटना 3 जून को घटित हुई है।


Support TwoCircles

सीवान जिला के भगवानपुर हाट के रतन पड़ोली तिवारी टोला में बुधवार को उस समय हड़कंप मच गया जब निवासी रामप्रवेश राम उर्फ राजबली राम पर जानलेवा हमला हो जाने की खबर सामने आई। आनन फानन में घायल को इलाज के लिए महराजगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया लेकिन हालत गंभीर होने के कारण डॉक्टरों ने घायल रामप्रवेश को सदर अस्पताल रेफर कर दिया जिसके बाद सदर अस्पताल से पटना के पीएमसीएच में ले जाने के बात कही गई। आखिर में पटना पहुंचने से पहले ही रामप्रवेश जिंदगी से जंग हार गए और उनकी मृत्यु हो गई।

मौत की खबर से आक्रोशित ग्रामीणों ने शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन किया। जिससे बसंतपुर से महाराजगंज जाने वाली सड़क घंटों तक जाम रही। प्रदर्शनकारी लगातार आरोपियों के गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों का साथ देने के लिए आज़ाद समाज पार्टी के प्रदेश महासचिव एजाज अहमद सिद्दीकी भी आगे आएं। उन्होंने आरोपियों के गिरफ्तारी के साथ साथ पीड़ित परिवार के लिए 25 लाख रुपए का मुआवजा प्रदान करने और सरकार की घोषणा के अनुसार अनुसूचित जाति परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की।

एजाज अहमद सिद्दीकी ने twocircles.net से हुई बातचीत में घटना की जानकारी देते हुए बताया कि प्रशासनिक कार्यवाही चल रही है जिसमे अब तक 3 गिरफ्तारी हो चुकी है और बाकी गिरफ्तारियों के लिए हम लगातार दबाव डाल रहे हैं। सिद्दीकी आगे बताते हैं, “अगर प्रशासन द्वारा थोड़ी भी कोताही की गई तो हम धरने पर बैठ जाएंगे और इसके लिए बड़े अफसरों से भी मुलाकात की जाएगी।”

बाकी के आर्थिक मुआवजे और सरकारी नौकरी की मांगों पर सिद्दीकी ने कहा कि उन लोगों की मुलाकात बीडीओ से हुई है जिसमें बीडीओ ने उन्हें आश्वासन दिया है कि जो संभव मदद की जा सकती है वो की जाएगी और अभी के लिए 20 हजार रुपया की एक रकम भी पीड़ित के परिवार को प्रदान किया गया है। सिद्दीकी आगे कहते हैं, “प्रक्रिया चल रही है अगर उसमें भी दिक्कत सामने आती है तो जिलाधिकारी से मुलाकात की जाएगी।”

इसी संदर्भ में आज़ाद समाज पार्टी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद ने भी 4 जून को ट्वीट कर इस मामले में पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलवाने की मुहिम छेड़ दी है। उन्होंने लिखा, “देश में जाति आधारित नरसंहार भयावह रूप ले रहा है। बिहार के सिवान जिले में घर का काम न करने पर 8 कायरों ने मिलकर एक SC व्यक्ति की बर्बर हत्या कर दी। पुलिस अभी तक सभी हत्यारों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। भीम आर्मी/ASP की टीम मौके पर डटी हुई है पीड़ित परिवार को न्याय दिलाकर रहेंगे।”

मृतक रामप्रवेश के भाई रामअवधेश राम के अनुसार, उनके भाई और पुत्र को आरोपियों ने पनियाडीह बगीचे में बुलाकर उन पर इस बात का इल्ज़ाम लगाया की उन्होंने नीतीश नाम के व्यक्ति के घर का काम नहीं किया है। नीतीश भी वहां पर उन आरोपियों में शामिल था। उसके बाद उन लोगों ने रामप्रवेश को कुछ जातिसूचक शब्द कहते हुए गाली दी और विरोध करने पर सारे आरोपी उनके ऊपर टूट पड़े और पिटाई करने लगे।

हमले के लिए आरोपियों ने हॉकी स्टिक और रॉड इत्यादि का इस्तेमाल किया। रामअवधेश आगे बताते हैं कि मारपीट में मेरे भाई रामप्रवेश राम के सिर पर गहरी चोट लग गई। उनके शोर मचाने पर आसपास के लोग पहुंचे तो सभी आरोपी फरार हो गए। मृतक रामप्रवेश शटरिंग का काम कर रहे थे जब उन्हें फोन करके आरोपियों ने बगीचा में बुलाया था।

मृत्यु के बाद हुए प्रदर्शन और सड़क जाम की खबर मिलते ही सीओ योगेश दास, थानाध्यक्ष पंकज कुमार, एएसआई शशिभूषण कुमार, आफताब आलम तथा सीपी पासवान पुलिस बल के साथ प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे। प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिलाया कि जल्द से जल्द हत्या के आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। जिसके बाद 3-4 घंटे से चल रही सड़क जाम को खत्म किया गया।

मिली जानकारी के अनुसार मामले में कार्यवाही करते हुए पुलिस ने गुरुवार को तीन आरोपी मलिद्र सिंह, कल्याण सिंह तथा जयराम सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। जिन्हे शुक्रवार को जेल भेज दिया गया। बाकी आरोपी फरार हैं और उनकी खोज की जा रही है। मृतक के भाई रामअवधेश राम के आवेदन पर आठ लोगों के ऊपर हत्या के आरोप में नामजद किया गया था। जिसमे पनीयाडीह निवासी नीतीश कुमार सिंह उर्फ पुलिस, मलिद्र सिंह उर्फ तूफानी, जयराम सिंह, राजू साह, अमित महतो, चंद्रशेखर कुमार सिंह, कल्याण सिंह, मोहित सिंह का नाम शामिल हैं।

SUPPORT TWOCIRCLES HELP SUPPORT INDEPENDENT AND NON-PROFIT MEDIA. DONATE HERE