शुरू हुई यूपी में चुनावी हलचल ,ओवेशी का ऐलान 100 सीटों पर लड़ेंगे

न्यूज़ डेस्क । Twocircles.net

आल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने अगले वर्ष होने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में 100 सीटों पर लड़ने का एलान किया है। साथ ही सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर के भागीदारी संकल्प मोर्चा के साथ लड़ने का फैसला भी किया हैं। असदुद्दीन ओवैसी ने यह भी साफ़ किया हैं कि उनकी अन्य किसी दल से गठबंधन के सिलसिले में कोई बात नहीं हुई है।


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अगले वर्ष उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं ऐसे में सभी राजनैतिक दल उत्तर प्रदेश में पूरा फोकस दिए हुए हैं।‌ इसी कड़ी में हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी विधानसभा चुनाव में 100 सीटों पर चुनाव लड़ने का एलान किया है। असदुद्दीन ओवैसी ने ओमप्रकाश राजभर के साथ चुनाव लड़ने की भी घोषणा करी हैं। एआईएमआईएम पार्टी ने उम्मीदवारों को चुनने का प्रक्रिया शुरू कर दी है और उम्मीदवार आवेदन पत्र भी जारी कर दिया है।

असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट करते हुए कहा कि उनकी पार्टी ओमप्रकाश राजभर के साथ हैं और साथ ही यह भी कहा हैं कि अन्य किसी पार्टी से चुनाव या गठबंधन के सिलसिले में कोई बात नहीं हुई है।‌ पिछले साल दिसंबर में लखनऊ में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर से असदुद्दीन ओवैसी ने मुलाकात भी करी थी। जिसके बाद यहीं कयास लगाए जा रहे थें कि दोनों पार्टियां यूपी विधानसभा चुनाव में साथ आ सकतीं हैं।

इससे पहले कुछ न्यूज़ चैनलों ने ख़बर चलाईं थी कि एआईएमआईएम बसपा के साथ गठबंधन कर सकतीं हैं लेकिन आज मायावती ने इन खबरों का खंडन करते हुए अकेले विधानसभा चुनाव लड़ने का एलान कर दिया। इसके पहले उत्तर प्रदेश के 2017 विधानसभा चुनाव में भी एआईएमआईएम ने लगभग प्रदेश की 100 सीटों पर चुनाव लड़ा था , सभी में हार हासिल हुई थी, तब पार्टी को वोट प्रतिशत मात्र 0.2% हासिल हुआ था।

एआईएमआईएम के इस एलान से उत्तर प्रदेश के मुख्य दल समाजवादी पार्टी, बसपा और कांग्रेस को मुश्किल हो सकतीं हैं क्योंकि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी काफ़ी हद तक मुस्लिम वोट अपनी तरफ़ खींचने की कोशिश करेंगी। पिछड़े वर्ष बिहार में हुए विधानसभा चुनाव में एआईएमआईएम ने 20 सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे, जिसमें से ओवैसी की पार्टी के 5 विधायक जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। हालांकि उसके बाद इसी वर्ष हुए बंगाल विधानसभा चुनाव में एआईएमआईएम को एक भी सीट हासिल नहीं हुई।

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