स्टाफ़ रिपोर्टर।Twocorcles.net
उत्तर प्रदेश में चल रहे पंचायत चुनाव में ब्लाक प्रमुख के चुनाव के नामांकन के दौरान गुरुवार को लगभग 20 जिलों में जमकर बवाल हुआ। यूपी में सत्तारूढ़ भाजपा के कार्यकर्ताओं ने ब्लाक प्रमुख के नामांकन के दौरान जमकर बवाल काटा। सोशल मीडिया पर तैर रहे वीडियो में देखा जा सकता है किस तरह भाजपा के कार्यकर्ताओं ने विपक्षी दलों के प्रत्याशियों को नामांकन पत्र भरने से रोकने के लिए क्या क्या हथकंडे अपनाए। पुलिस प्रशासन के सामने भाजपा कार्यकर्ताओं ने विपक्षी दलों के प्रत्याशियों के साथ मारपीट से लेकर गोलीबारी तक करी और पुलिस प्रशासन के अधिकारी मूकदर्शक बन खड़े रहें।
अब इस मामले में यूपी के विपक्षी दलों ने भाजपा को आड़े हाथों लिया है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव से लेकर मायावती , प्रियंका गांधी तक ने सत्तारूढ़ भाजपा को निशाना पर लिया है। अखिलेश यादव ने प्रेस कांफ्रेंस करते हुए भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा हैं।अखिलेश यादव ने कहा पूरे उत्तर प्रदेश में जो बीजेपी कार्यकर्ताओं ने गुंडागर्दी करी हैं उससे भारतीय जनता पार्टी का नकाब उतर गया है।
अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि ब्लाक प्रमुख चुनाव के नामांकन के दौरान जो भी हिंसा हुई है, ये मुख्यमंत्री के इशारे पर हुआ है, मुख्यमंत्री खुद गुंडों को बढ़ावा दे रहे हैं। अखिलेश ने कहा कि जल्द ही उत्तर प्रदेश से इनका सफाया हो जाएगा। समाजवादी पार्टी के प्रमुख ने कहा कि इन लोगों को जनता ने हरा दिया है, सिर्फ मुख्यमंत्री अपनी कुर्सी बचा रहे हैं।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था को भारतीय जनता पार्टी ने बंधक बना लिया है। ब्लाक प्रमुख चुनाव में नामांकन के दौरान भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं द्वारा अराजकता और हिंसा किया जाना लोकतंत्र का उपहास है। सत्ताधारी भाजपा के लोग सरेआम लोकतंत्र का गला घोंट रहे हैं।
अखिलेश यादव ने कहा कि पुलिस प्रशासन लोकतंत्र की हत्या के समय मूकदर्शक बन तमाशा देखती रही। ब्लॉक प्रमुख चुनाव नामांकन में प्रशासन गुंडों के साथ खड़ा।अखिलेश यादव ने पुलिस प्रशासन को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि ऐसे अफसरों की सपा सूची बना रही है जिन्होंने हिंसा में बीजेपी के गुंडों का साथ दिया, साथ ही यह भी कहा कि वक्त आने पर उन पुलिस प्रशासन के लोगों पर कार्रवाई की जाएगी।
बसपा प्रमुख मायावती ने सपा सरकार के शासन का जिक्र करते हुए योगी सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया कि यूपी पंचायत चुनाव में बीजेपी के द्वारा सत्ताबल और धनबल का दुरुपयोग किया जा रहा है। उन्होंने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि जो हिंसा पंचायत चुनाव के दौरान हुई हैं वो सपा शासनकाल की याद दिलाती हैं। बसपा प्रमुख ने कहा कि सपा सरकार के दौरान सपा का भी इसी तरह का रवैया था जो अब बीजेपी सरकार के समय हैं।
बसपा प्रमुख मायावती सत्तारूढ़ भाजपा से ज़्यादा सपा पर हावी रहीं। बसपा प्रमुख ने समाजवादी पार्टी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अब यूपी विधानसभा का चुनाव निकट है तो सपा भाजपा सरकार के खिलाफ जो विरोध व आक्रामकता दिखा रही है वो मात्र दिखावा और छलावा है। साथ ही मायावती ने यह भी कहा कि सपा गरीबों, किसानों व बेरोजगारों के मुद्दों और दलितों, पिछड़ों व मुस्लिम समाज के ऊपर लगातार हो रहे अन्याय-अत्याचार व हिंसा पर खामोश क्यों हैं।
विपक्षी दलों के हमलावर होने के बाद योगी सरकार एक्शन में आईं, योगी आदित्यनाथ ने हिंसा और बवाल करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। इटावा में अपनी पत्नी का नामांकन कराने आए पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय पर जिस तरह से बीजेपी समर्थकों द्वारा हमला करा गए सपाई पूरे प्रदेश में योगी सरकार पर लामबंद हो गए है लखीमपुर में एक सपा प्रत्याशी की महिला प्रस्तावक के साथ अभद्रता करी गई, उस महिला प्रस्तावक की बीजेपी समर्थकों द्वारा पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में साड़ी खींचने की कोशिश करी गई। इस मामले में योगी सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए वहां मौजूद सीओ और चौकी इंचार्ज को सस्पेंड कर दिया है और साथ ही अभद्रता करने वाले दो लोगों को गिरफ्तार भी करा जा चुका हैं।
गुरुवार को प्रदेश भर में हुए ब्लाक प्रमुख चुनाव के नामांकन के दौरान कन्रौज, सीतापुर, बुलंदशहर, पीलीभीत, झांसी, उन्नाव, अयोध्या, बस्ती, गोरखपुर, सम्भल, चित्रकूट, जालौन, फतेहपुर, एटा, अंबेडकर नगर, महराजगंज समेत कई अन्य जिलों बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा अराजकता, गुंडागर्दी, धांधली, मारपीट, फायरिंग और नामांकन पत्र की लूटपाट करी गई। यह सब घटनाएं पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में होती रहीं और प्रशासन तमाशाई बना रहा और भाजपा कार्यकर्ताओं का सहयोग करता रहा। समाजवादी पार्टी ने इन हिंसक घटनाओं की शिकायत राज्य निर्वाचन आयोग में की हैं।