विशेष संवाददाता।twocircles.net
उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) 2021 निरस्त कर दी गई। पेपर लीक होने के बाद अचानक पेपर रद्द कर दिया गया इससे 21 लाख से ज्यादा परीक्षार्थियों को परेशान होना पड़ा। एक महीने बाद यह दोबारा परीक्षा होगी जिसमें अभ्यर्थियों को दोबारा फीस नहीं देनी होगी। जानकारी के अनुसार यूपीटीईटी का लीक पेपर मथुरा, गाजियाबाद और बुलंदशहर के व्हाट्सएप ग्रुप पर वायरल हुआ था जिसके बाद परीक्षा रद्द कर दी गई। इस बार यूपी टीईटी के लिए 21,62,287 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। यूपी में क़रीब 2500 से अधिक केंद्रों पर परीक्षा हो रहीं थी। इस मामले में यूपी एसटीएफ ने क़रीब 29 लोगों को यूपी के अलग-अलग जनपदों से गिरफ्तार किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए दोषियों पर गैंगस्टर एक्ट और उनकी संपत्ति जब्त करने की बात कही हैं।
यूपी टीईटी की परीक्षा रद्द होने पर विपक्ष सरकार पर हमलावर हो गया। सपा प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमला बोला। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि ‘यूपी टीईटी 2021 की परीक्षा का पेपर लीक होने की वजह से रद्द होना, बीसों लाख बेरोजगार अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। भाजपा सरकार में पेपर लीक होना, परीक्षा व परिणाम रद्द होना आम बात है’।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने भी योगी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि ‘भर्तियों में भ्रष्टाचार, पेपर आउट ही भाजपा सरकार की पहचान बन चुका है। आज यूपी टीईटी का पेपर आउट होने की वजह से लाखों युवाओं की मेहनत पर पानी फिर गया। उन्होंने कहा कि हर बार पेपर आउट होने पर योगी आदित्यनाथ की सरकार ने भ्रष्टाचार में शामिल बड़ी मछलियों को बचाया है, इसलिए भ्रष्टाचार चरम पर हैं।
हालांकि उत्तर प्रदेश योगी सरकार के साढ़े चार साल के कार्यकाल में यह कोई पहला मौका नहीं है, जब किसी परीक्षा का पेपर लीक हुआ हैं या कोई परीक्षा रद्द हुईं हैं। पिछले चार वर्ष में लगभग दर्जनों भर्तियों व परीक्षाओं के पेपर लीक हो चुके हैं। जिसमें शिक्षा, पुलिस, स्वास्थ्य और बिजली विभाग जैसे अन्य कई महत्वपूर्ण विभाग शामिल हैं।
1- PET परीक्षा 2021 का पेपर लीक हुआ
अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड की ओर से कराई जा रही PET (Preliminary Eligibility Test) की प्रारंभिक परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक हो गया था। इस पेपर लीक के बाद अभ्यर्थियों ने कई जगहों पर प्रदर्शन भी किया था। पूरे प्रदेश के 75 जिलों में 70,000 सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में परीक्षा कराई जा रही थी इसके बावजूद PET का पेपर लीक हुआ था। यह परीक्षा अगस्त माह में आयोजित करवाईं गई थी।
2- अगस्त 2021 यूपी बीएड प्रवेश परीक्षा
उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में 6 अगस्त 2021 को संयुक्त प्रवेश परीक्षा बीएड 2021-23 की परीक्षा आयोजित की गई थी। पहली शिफ्ट का पेपर होने के बाद चर्चा तेज हुई कि परीक्षा का पेपर लीक हो गया है। कुछ वॉट्सऐप ग्रुप पर पेपर वायरल होने लगा। हालांकि सरकारी जांच में पेपर लीक का मामला गलत निकला।
3- 11 सितंबर 2021 नीट परीक्षा
मेडिकल की पढ़ाई के लिए होने वाली प्रवेश परीक्षा नेशनल एलिजिबिलिटी कम एन्ट्रेंस टेस्ट (नीट) की परीक्षा से एक दिन पहले ही पेपर लीक के दावे किए जा रहे थे। पेपर 12 सितंबर को होना था। 11 सितंबर को दावा किया गया कि नीट का परीक्षा पेपर लीक हो गया है। हालांकि, अधिकारियों ने पेपर लीक का खंडन करते हुए इसे फेक न्यूज बताया था।
4- अक्टूबर 2021 में सहायता प्राप्त स्कूल शिक्षक/प्रधानाचार्य का पेपर लीक
इलाहाबाद में सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूलों में सहायक अध्यापक और प्रधानाध्यापकों की भर्ती के लिए आयोजित परीक्षा का पेपर आउट कराने के लिए व्हाट्सएप का इस्तेमाल किया गया। एसटीएफ की जांच में मोबाइल ज़ब्त करें गए थे और मोबाइल से पेपर के 36 स्क्रीन शॉट भी बरामद करें गए थे।
5- अगस्त 2021 को आयोजित यूपी टीजीटी का पेपर लीक
अंबेडकर नगर जिले में अभ्यार्थियों ने यूपी टीजीटी का पेपर लीक होने का आरोप लगाया था। जब अभ्यार्थी पेपर देने को तैयार नहीं हुए तो इस सेंटर की परीक्षा रद्द कर दी गई थी।
6- 69000 सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा 2020
69,000 सहायक अध्यापकों की भर्ती में अनियमितताओं और धांधली का आरोप लगा था। साथ ही इसकी लिखित परीक्षा का पेपर भी लीक हुआ था। यूपी पुलिस और एसटीएफ ने पूरे प्रदेश में छापेमारीकर 28 लोगों को गिरफ्तार भी किया था।
7- नलकूप चालक परीक्षा 2018 का पेपर लीक
उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा 2 सितंबर, 2018 को कराई गई नलकूप चालक परीक्षा-2016 की परीक्षा पेपर लीक हो गया था। पेपर लीक मामले एसटीएफ ने मेरठ से कुछ लोगों को गिरफ्तार किया था। इस परीक्षा के लिए लगभग 20 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। यह परीक्षा प्रदेश भर के 349 परीक्षा केंद्रों पर होनी थी।
8- जुलाई 2018 अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड का पेपर लीक
अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने 15 जुलाई 2018 को लोअर सबऑर्डिनेट के 641 पदों के लिए करवाई थी। परीक्षा का पेपर भी लीक हुआ था। एसटीएफ ने जांच में इसकी पुष्टि की थी। 14 विभागों में लोअर सबऑर्डिनेट के पदों के लिए 67,000 से ज्यादा अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था।
9- फरवरी 2018 UPPCL पेपर लीक
उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड की ऑनलाइन भर्ती परीक्षा का पेपर फरवरी 2018 में लीक हुआ था। सूबे की योगी सरकार ने जांच कराई थी। एसटीएफ की जांच रिपोर्ट में भर्ती परीक्षाओं में अनियमितता की बात सामने आने के बाद परीक्षाओं को रद्द किया गया था और इसके अलावा लापरवाही के आरोप में प्रमुख सचिव (ऊर्जा) आलोक कुमार ने विद्युत सेवा आयोग के अध्यक्ष ए.के. सक्सेना और सचिव जी.सी. द्विवेदी को भी उनके पदों से निलंबित कर दिया गया था। इस मामले में जौनपुर के रहने परमिंदर नाम के शख्स को गिरफ्तार किया गया था।
10- जुलाई 2017 में दरोगा भर्ती परीक्षा पेपर लीक
2017 में उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने दारोगा पद पर सीधी भर्ती के लिए रिक्त 3307 पदों पर भर्ती निकाली थी। 3307 पदों में पुरुषों के लिए 2400 पद, महिलाओं के लिए 600 पद, पीएसी के प्लाटून कमांडर के लिए 210 पद और अग्निश्मन अधिकारी के 97 पद थे। इन 3307 पदों के लिए बीस लाख से ज्यादा युवाओं ने आवेदन किया था। इसकी परीक्षा ऑन लाइन होनी थी। बोर्ड ने वॉट्सऐप पर पेपर लीक होने के चलते परीक्षा रद्द कर दी थी।