स्टाफ रिपोर्टर।Twocircles.net
भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के गिरफ्तारी की मांग बढ़ती जा रही है। रविवार को बरेली के इस्लामिया मैदान में मौजूद लाखों मुसलमान इसके गवाह बनें। स्थानीय तंजीम इत्तेहाद ए मुस्लिम के नेतृत्व में आयोजित एक कार्यक्रम में अधिक लोगों के शामिल होने की उम्मीद नही जताई जा रही थी, लेकिन धीरे-धीरे वहां लोगों का एक सैलाब सा उमड़ पड़ा और जानकारों के मुताबिक संख्या एक लाख से ऊपर चली गई। इस विरोध प्रदर्शन् का नेतृत्व मौलाना तौकीर रजा ने किया था।
इस्लामिया कॉलेज के मैदान में पैगम्बर मोहम्मद के ऊपर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाली नूपुर शर्मा के खिलाफ लाखो मुसलमानों ने एक साथ शांतिपूर्ण तरीके से अपना विरोध दर्ज करवाया। आइएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रज़ा ने कार्यक्रम के दौरान मुसलमानों के प्रति प्रशासन के दोहरे रवैए को लेकर भी खासे प्रश्न उठाए।
मंच से रज़ा साहब ने नूपुर शर्मा के अब तक गिरफ्तार न किए जाने को लेकर केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। साथ ही सरकार को अपना ज्ञापन सौंपने से भी इंकार कर दिया। कहा, “मैं ज्ञापन लाया हूं, लेकिन इस बेईमान सरकार को ज्ञापन नही दूंगा, क्योंकि इससे इनके ऊपर कोई फर्क नही पड़ेगा।”
रज़ा साहब ने बात जारी रखी, “हम शांतिप्रिय लोग हैं। हम ट्रेन नहीं जला रहे हैं, इसलिए हमारी बात नही सुनी जा रही है।” उन्होंने अग्नीवीर मामले के हिंसक विरोध प्रदर्शन के तरफ इशारा करते हुए कहा, “उन्होंने ट्रेन जलाई लेकिन क्या बुलडोजर चला, कोई लाठी चली?” इस दोहरे रवैये की कार्यवाही पर उन्होंने आगे कहा, “फिर हम उस बेईमान से अनुरोध करें की हमारी बात सुन लो? हम ये बात अल्लाह पर छोड़ते हैं, उन्हें सज़ा अल्लाह देगा।”
केंद्र सरकार की जगह उन्होंने यूएनओ में ज्ञापन भेजे जाने की बात पर ज़ोर डाला। कहा, “अगर ज्ञापन देना ही होगा तो यूएनओ को देंगे, दिल्ली जाकर। पूरी दुनिया में बताएंगे हमारे ऊपर कितने ज़ुल्म हो रहे।” मौलाना तौक़ीर रज़ा ने साफ लफ्ज़ों में ये भी जताया कि “देश सिर्फ उनका नही, हमारा भी है।”
तौकीर रज़ा साहब ने नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ के बीच तुलना करते हुए योगी आदित्यनाथ को ज्यादा बेहतर बताया। उन्होंने उनको राजधर्म निभाने वाला बताया, “हमें योगी आदित्यनाथ सबसे ज़्यादा नापसंद थें, लेकिन पिछले दिनों कुछ ऐसे मामले हुए, जब योगी ने साबित किया की वो राजधर्म निभा रहे हैं। अयोध्या में कुछ लोग टोपी पहनकर अमन बिगाड़ने आए थें, जिन्हे बेनकाब कर जेल भेजा गया।” रज़ा साहब ने कहा, “हम जो ठीक है उसे ठीक कहने वाले लोग हैं।”
बरेली निवासी सारिफ हुसैन आज के कार्यक्रम में शामिल हुए थें। उन्होंने TwoCircles को बताया, “आज जो इस्लामिया मैदान में लाखों मुसलमानों की भीड़ उमड़ी थी, उसका अंदाज़ा किसी को नही था। उसके बावजूद हर चीज काफी शांतिपूर्ण अंदाज़ में हुआ ,जब तक नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी नहीं हो जाती है, हम ऐसे ही शांतिपूर्ण ढंग से विरोध दर्ज करवाते रहेंगे।”
इस प्रदर्शन के लिए जिला प्रशासन के तरफ से 1500 लोगों की अनुमति मिली थी। सुरक्षा को खासा ध्यान रखते हुए शहर को दो ज़ोन में बांटा गया था, साथ ही 6 सेक्टर में भी विभाजन किया गया था। कुल मिलाकर लगभग 2,500 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए थे, जिसमें 6 एडिशनल एसपी, 10 सीओ, 50 इंस्पेक्टर, 300 सब इंस्पेक्टर और 2000 महिला दरोगा, हेड कांस्टेबल, कांस्टेबल और महिला कांस्टेबल शामिल थीं। इसके अलावा सात कम्पनी पीएसी और 2 कम्पनी रैपिड एक्शन फ़ोर्स भी तैनात किए गए थें। साथ ही पोलिस प्रशासन ने शहर में नज़र रखने के लिए 5 ड्रोन कैमरे लगवा रखे थें।