By TwoCircles.Net Staff Reporter,
भोपाल/ हरदा: बुधवार की सुबह कोई अचकचा संदेसा लेकर नहीं आई. बीती आधी रात मुंबई से वाराणसी आ रही कामायनी एक्सप्रेस मध्यप्रदेश के हरदा में एक पुल पर पटरी से उतर गयी. तबाही को यहीं नहीं रुकना था. दूसरी पटरी पर आ रही जनता एक्सप्रेस भी ठीक उसी जगह पटरी से उतर गयी.
कामायनी एक्सप्रेस की बारह बोगियां और जनता एक्सप्रेस की छः बोगियां पटरी से उतर गयीं हैं. इस दुर्घटना में अभी तक 28 लाशों को निकाला जा चुका है, जबकि 100 से भी ज्यादा लोग घायल अवस्था में हैं.
(फोटो साभार – Financial Express)
इस दुर्घटना की असल वजह का पता अभी तक नहीं लग सका है क्योंकि रेल मंत्रालय और अधिकारियों के बयानों में खासा अंतर देखने को मिल रहा है. फौरी तौर पर माचक नदी के ऊपर बने रेलवे पुल की पटरी पर बाढ़ का पानी आ जाने से यह दुर्घटना हुई. लेकिन सूत्रों के हवाले से खबर है कि किसी चूक के कारण ही यह दुर्घटना हुई है क्योंकि एक के बाद एक लगातार दो ट्रेनें एक ही जगह पर दुर्घटनाग्रस्त कैसे हो सकती हैं?
इस मामले में रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा का बयान सबसे ज्यादा शर्मनाक और गैर-जिम्मेदाराना माना जा रहा है. इस दुर्घटना को रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने ‘प्राकृतिक आपदा’ करार दिया है. पता चल रहा है कि अचानक पटरी पर पानी आ गया और ट्रेनें बेपटरी हो पलट गयीं. पुल पर पानी आ जाने के बाद पटरी के नीचे से मिट्टी बह गयी, जिससे यह भयावह दुर्घटना घटी. चश्मदीद बताते हैं कि दुर्घटना होने के तीन घंटे बाद घटनास्थल पर सहायता पहुंची.
आकलन है कि मरने वालों और घायलों की संख्या में इज़ाफा हो सकता है क्योंकि दो ट्रेनों के कुल मिलाकर 18 डिब्बे पलट गए हैं. और सावन के माह में ट्रेनों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ मौजूद होती है.
रेल मंत्रालय ने इस दुर्घटना की जांच के आदेश दिए हैं. मृतकों के परिजनों को दो लाख, गंभीर रूप से घायल लोगों के परिजनों को 50 हज़ार व मामूली रूप से चोटिल लोगों को 25 हज़ार रुपये दिए जाने का वादा किया गया है. रेल मंत्री सुरेश प्रभु आज संसद में इस मामले पर अपना बयान देंगे.
रेल मंत्रालय ने इस दुर्घटना के बाबत पूछताछ के लिए हेल्पलाइन जारी कर दी है –
मुंबई : (022) – 25280005
भिरिंगी: (016) – 48426
भोपाल: (0755) – 4001609
हरदा: (+91) – 9752460088
बीना: (07580) – 222580
इटारसी: (07572) – 241920