By TwoCircles.net Staff Reporter
नई दिल्ली: दलित छात्रों के निष्कासन और रोहित वेमुला की आत्महत्या के बाद विरोध की आंच हैदराबाद, मुंबई और फिर दिल्ली तक पहुँच चुकी है.
हिन्दी के कवि, आलोचक और कला समीक्षक अशोक वाजपेयी ने हैदराबाद विश्वविद्यालय द्वारा प्रदत्त मानद डी.लिट् उपाधि विश्वविद्यालय को लौटाने की घोषणा की है.
अशोक वाजपेयी ने कहा, ‘लेखक बनने की चाह रखने वाले एक दलित छात्र को विश्वविद्यालय के ‘दलित-विरोधी’ रवैये के कारण आत्मह्त्या करनी पड़ी. विश्वविद्यालय सरकार के दबाव में काम कर रही है. मैं विश्वविद्यालय प्रशासन के विरोध में यह उपाधि वापिस कर रहा हूं.’
ललित कला अकादमी के चेयरमैन रह चुके अशोक वाजपेयी को कुछ वर्षों पहले हैदराबाद विश्वविद्यालय ने डी.लिट् की मानद उपाधि दी थी.
रोहित वेमुला उन पांच छात्रों में से एक थे, जिन्हें बीते साल अगस्त में विश्वविद्यालय से निष्कासित कर दिया गया था. विश्वविद्यालय से निष्कासन के साथ ही इन छात्रों को छात्रावास से भी निष्कासित कर दिया गया था.
केन्द्रीय मंत्री बंडारू दत्तात्रेय, कुलपति अप्पा राव और तीन अन्य के ख़िलाफ़ साइबराबाद थाने में नामज़द एफ़आईआर दर्ज की गयी है. हाल ही में इस मामले में मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी की संलिप्तता भी सामने आ रही है.