TwoCircles.net News Desk
लुधियाना : ‘बड़ी कुर्बानियों के बाद भारत के लोगों को यह आज़ादी हासिल हुई है. ऐसे में हर भारतीय के दिल में देश-प्रेम का जज़्बा जवान रहना चाहिए. हमें देश के सम्मान और सुरक्षा के लिए दुश्मन के सामने हमेशा डट कर खड़े रहना होगा. ज़रूरत पड़ी तो मैं अपने देश के ख़ातिर अपने खून का आख़िरी क़तरा भी बहा दुंगा.’
यह बातें 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के अवसर पर ऐतिहासिक जामा मस्जिद लुधियाना के मुख्य द्वार पर पंजाब के शाही इमाम मौलाना हबीब उर रहमान सानी लुधियानवीं ने तिंरगा झंडा फहराने के बाद अपने संबोधन में कहा.
इस मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए शाही इमाम ने कहा कि –‘आज का दिन हमें अंग्रेजी साम्राज्य के समय देश में पूर्ण स्वराज स्थापित करने के लिए शुरू किए गए संघर्ष की भी याद दिलवाता है. इस संघर्ष में हर तबक़े के लोग बराबर के हिस्सेदार रहे हैं. खासतौर पर मुसलमानों का योगदान अद्वितीय है.’
इस मौके पर नायब शाही इमाम मौलाना उसमान रहमानी, कारी अल्ताफ उर रहमान, परमजीत सिंह, रजनीश वर्मा, देश बंधु, गुलाम हसन कैसर, रामेश भाटिया, देव दत्त, गुरमीत सिंह पुजारा, बबलू खान, सिकंदर अली, शाहनवाज़ अहमद खान, आजाद अली व शाही इमाम के मुख्य सचिव मुहम्मद मुस्तकीम आदि मौजूद थे.