TwoCircles News Desk
पटना : ख़बर है कि विगत 28 जनवरी, 2016 को खगडि़या ज़िले के राहुलनगर दमहा गांव में बसे महादलित परिवारों के घरों पर दल-बल के साथ हमला बोलकर यहां के पूर्व बाहुबली विधायक के गुर्गों ने मुशहर जाति के दर्जनों महादलित परिवारों के घर उजाड़ दिए और अंधाधुंध फायरिंग की. आरोप है कि महिलाओं के साथ आपत्तिजनक एवं अश्लील व्यवहार भी किया गया.
इस घटना पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव सत्य नारायण सिंह एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा है कि –‘यह अत्यंत ही खेद की बात है कि महागठबंधन की सरकार उक्त गांव के दर्जनों महादलित परिवारों को आतंकित कर बेघर कर देने की दबंग, बाहुबली पूर्व विधायक रणवीर यादव और उनकी पत्नी वर्तमान विधायिका पूनम देवी यादव के आपराधिक कृत्य पर कठोर कार्रवाई करने और बेघरों की घर वापसी सुनिश्चित करने के मामले में कान में तेल डालकर बैठी हुई है.’
स्पष्ट रहे कि 30 जनवरी को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के एक जाँच दल ने उक्त गांव का निरीक्षण करने के क्रम में पाया कि बहादुर सदा, शिवम सदा, दामोदर सदा, जर्मन सदा, अरूण सदा, बूटन सदा, राजकुमार ठाकुर, फुलो सिंह, नेपोशर्मा के फूस के घर दरिंदों ने उजाड़ दिए. ये सभी लोग 1992 से ही वहां घर बनाकर रह रहे थे. जब भाकपा ने उस गांव को बसाया था और उसे तबसे राहुल नगर के रूप में जाना जाता है.
भाकपा नेता ने पूरी स्थिति का जायज़ा लेकर पटना लौटने के बाद प्रेस विज्ञिप्ति जारी कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को क़ानून का राज क़ायम करने के साथ सुशासन और महादलितों को न्याय दिलाने के वादों की याद दिलाते हुए मांग की है कि –‘बेघर महादलित परिवारों को अविलंब उनके घर वापस दिलाने, क्षतिपूर्ति करने के साथ-साथ बाहुबली रणवीर यादव एवं उनके गुर्गों पर हरिजन उत्पीड़न एक्ट के तहत मामला दर्ज कर उन्हें सज़ा देने की न्यायपूर्ण कार्रवाई कर अपने निज़ाम को कलंकित होने से बचाएं और खौफ़ के माहौल से दबे कुचले समूह को सुरक्षा प्रदान करे.’