TCN News
अंतरराष्ट्रीय संस्था ‘एपेडेमॉलॉजी ऑफ डायबिटीज इन रमज़ान’ ने 13 देशों में रोज़ेदारों पर रिसर्च करके यह निष्कर्ष निकाला है कि डायबिटीज और दिल के मरीज़ रोज़ेदारों के लिए सहरी और इफ़्तार के समय चाय कॉफी से ज़्यादा ज़रूरी पानी पीना है.
इस अंतरराष्ट्रीय संस्था ने 13 देशों में डायबिटीज से पीड़ित 12 हज़ार 243 रोज़ेदारों पर रिसर्च किया. इस रिसर्च में पाया गया है कि रमज़ान के दौरान टाईप –वन और टाईप –टू डायबिटीज के रोज़ेदारों में शर्करा स्तर अनियंत्रित हो गया, जिसके कारण उनमें ह्रदयघात का ख़तरा बढ़ गया.
इस संस्था ने पहली बार एशियाई देशों के लिए रमज़ान में फूड गाइडलाईन भी जारी की है.
क्या खाएं सहरी में?
स्टार्च युक्त कार्बोहाईड्रेट जैसे चावल, चपाती साबुत अनाज की ब्रेड, मसूर की दाल, दलिया, जई आदि का अल्प मात्रा में सेवन करें, क्योंकि कुछ चीज़ें धीरे-धीरे शर्करा उत्सर्जित करती है, जो लंबे समय तक शर्करा के स्तर को बनाए रखने में सहायता कर सकते हैं और इनसे भूख भी कम लगती है.
क्या खाएं इफ़्तार में?
इफ़्तार में खजूर का सीमित प्रयोग शरीर में फाइबर की कमी को पूरा कर सकता है. इसके साथ ही कार्बोहाईट्रेड व वसा से भरपूर आहार जैसे बर्फी व जलेबी आदि के अधिक सेवन से बचना चाहिए. डायबिटीज से ग्रस्त रोज़ेदार शुगर फ्री बर्फी व फाईबर के लिए सब्ज़ियां व फल ले सकते हैं.