आस मुहम्मद कैफ़, TwoCircles.net
सहारनपुर : उत्तर प्रदेश सरकार ने भीम आर्मी के नेता चंद्रशेखर आज़ाद उर्फ़ रावण की गिरफ़्तारी पर इनाम को घोषणा कर दी है.
ज़िला प्रशासन के अनुसार चन्द्रशेखर की सूचना देने वाले को 12 हज़ार रुपए का ईनाम दिया जाएगा और उसका नाम गुप्त रखा जाएगा.
चन्द्रशेखर के विरुद्ध गैर-ज़मानती वारंट भी जारी कर दिए गए हैं. चंद्रशेखर आज़ाद 9 मई को हुई जवाबी हिंसा का प्रमुख आरोपी बताया जाता है. अब तक एक दर्जन से ज्यादा मुक़दमो में चंद्रशेख़र नामज़द है.
बताते चलें कि चन्द्रशेखर आज़ाद भीम आर्मी का अहम नेता है और सहारनपुर हिंसा में वो दलितों का नया मसीहा बनक़र उभरा है. देशभर में इसकी चर्चा हुई है.
पुलिस का मानना है कि चन्द्रशेखर पर ईनाम घोषित होने के बाद अब उसकी गिरफ़्तारी तय हो गई है. इससे पहले आज शब्बीरपुर गाँव के प्रधान शिवकुमार जाटव को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. यह वही प्रधान हैं, जिस पर राजपूत लगातार हिंसा की शुरुआत करने का आरोप लगाते रहे हैं.
14 अप्रैल को इसी प्रधान ने गांव में रविदास आश्रम में अम्बेडकर प्रतिमा लगाने की पहल की थी. जिसको लगाने नहीं दिया गया था. बदले में 20 अप्रैल को शिवकुमार ने ही गांव के बीच से डीजे के साथ महाराणा प्रताप जयंती नहीं निकलने दी थी. राजपूत समाज की आंख सबसे ज्यादा शिव कुमार पर खटक रहा था.
आज पुलिस ने उसे हिंसा का मास्टर-माइंड बताकर मीडिया के समक्ष प्रस्तुत किया.
यही नहीं, 25 मई को मायावती के आगमन के बाद हुई दलित आशीष की हत्या के 3 आरोपी भी आज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिए हैं. यह सभी जानकारी एसएसपी बबलू कुमार ने दी है.