बुलंदशहर मामला : दंगे का षडयंत्र या गौरक्षकों की खुली चुनौती…

TCN News

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में स्याना कोतवाली के गांव महाव में बीते रविवार रात लोग ईख के खेत में पड़े मांस के अवशेष लेकर सोमवार को सड़कों पर उतर आये और जम कर हंगामा किया। इस मचे बवाल में इंस्पेक्टर सहित दो की मौत हो गई.


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इतना ही नहीं अनियंत्रित भीड़ ने पथराव किया, पुलिस चौकी में भी जमकर पत्थर फेंके, वहां रखे सामानों को तोड़ दिया और पुलिस की गाड़ियों में आग लगा दी यहाँ तक की पुलिस चौकी में भी आग लगा दी.

इस घटना के बाद बुलंदशहर में दंगे का षडयंत्र करने वालों को पुलिस द्वारा रोकने पर गौरक्षा दल, बजरंगदल, आरएसएस, हिंदू युवा वाहिनी द्वारा किए गए उत्पात के बाद रिहाई मंच ने पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की नृंशस हत्या के लिए योगी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. साथ ही सुप्रीमकोर्ट की निगरानी में मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित करने की मांग की है.

रिहाई मंच अध्यक्ष मुहम्मद शुऐब ने पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या को षडयंत्र बताया. उन्होंने कहा कि वे अखलाक मामले में जांच अधिकारी रह चुके हैं. जिस तरीके से पुलिस को दौड़ा-दौड़ा कर मारने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है उससे साफ़ है कि इन हथियारबंद संगठन को कहीं न कहीं योगी-मोदी सरकार का खुला संरक्षण प्राप्त है.

इस मामले में मुहम्मद शुऐब ने कहा है कि वायरल वीडियो के अनुसार जब पुलिस बल गुण्डों को समझाने बुझाने में लगा था गुण्डों द्वारा बजाए शांत होने के पुलिस बल पर हमला करना, वाहनों और पुलिस चौकी को जला देना साबित करता है कि यह समस्त कार्यवाई गौगुण्डों द्वारा पूर्व नियोजित षडयंत्र का नतीजा है.

उन्होंने कहा कि सुदर्शन चैनल के प्रमुख सुरेश चैहानके ने घटना से पहले ही कल देर रात अपने निजी ट्विटर हैंडिल पर ट्विट किया है जिसमें साफ लिखा है ‘कल बुलंदशहर इज्तमे पर बहुत बड़े खुलासे सुदर्शन पर देखे’ से साफ होता है कि यह घटना सुनियोजित षडयंत्र का नतीजा है जिसके निशाने पर मुस्लिम समाज का इज्तेमा था जिसमें यूपी पुलिस के एक इस्पेक्टर की गौगुण्डों ने हत्या कर दी.

गौरतलब रहे कि हालात को काबू में करने के प्रयास किए जा रहे हैं. वहीं, बवाल के बाद बरेली में हाई अलर्ट जारी किया गया है. यहाँ तक की उत्तर प्रदेश के सभी जिले में पुलिस अलर्ट पर है.

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