बरेली के आंवला में बासित नाम के युवक की भीड़ ने लोहा चोरी करने के आरोप में पीट-पीट कर हत्या कर दी है। बासित की नीम के पेड़ से बांधकर बेरहमी से पिटाई की गई। उसकी पिटाई की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल की गई। इसके बाद बासित की मौत हो गई। आंवला से यह रिपोर्ट पढ़िए
नौशे खान बरेली से, Twocircles.net के लिए
बरेली में 34 साल के एक युवक को चोरी के आरोप में पेड़ से बांधकर पीटा गया। उसकी वीडियो बनाई गईं। वीडियो युवक को चोर बताकर सोशल मीडिया पर वायरल की गई। आरोप है कि थाना पुलिस ने उसे अस्पताल नही भेजा। इलाज के अभाव में तड़पकर-तड़पकर उसकी मौत हो गई। माहौल तनावग्रस्त होने के बाद हरक़त में आई पुलिस ने 8 लोगों के ख़िलाफ़ मुक़दमा दर्ज कर अब मुख्य आरोपी विक्रम सिंह को गिरफ्तार कर लिया है । देश भर में हो रही मोब लिंचीग की वारदातों में से एक यह भी दिलों में हाल के दिनों में भरी गई नफ़रत की दर्दनाक कहानी है। अलग अलग समुदाय की वज़ह से मामला जुड़े होने के कारण बरेली के हिन्दू मुस्लिम सौहार्द के लिए प्रसिद्ध आंवला कस्बे में अब तनाव हो गया है।
घटना 4 सितंबर दोपहर लगभग 12 बजे की हैं। आंवला के तेली मौहल्ले के चार बच्चों के पिता बासित खान को कथित तौर से स्थानीय नलकूप दफ़तर से तार चोरी करने के आरोप में पकड़ा गया था। वहां उसे एक पेड़ से बांधकर बुरी तरह पीटा गया। दर्जनों लोग उसकी चीखों की वीडियो बना रहे थे। कुछ लोग उसे पीट रहे थे। सोशल मीडिया पर उसकी वीडियो देखकर ही स्थानीय लोग उसे बचाने पहुंचे। चश्मदीदो के मुताबिक उसके पास कोई तार नही था। उसकी पिटाई करने वाले वाले लोग एक खास विचारधारा से प्रभावित थे। गम्भीर हालात में उसे पुलिस को सौंप दिया और कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई।
बासित के अम्मी तसलीमा (56) कहती है, मेरा बेटा चोर नही है, उसने कभी चोरी नही की है। उसके ख़िलाफ़ चोरी का कहीं कोई मुक़दमा दर्ज नही है। वो रेहड़ा चलाता है। उसके चार बच्चें है। एक 13 साल की बेटी है। उसकी बीवी बीड़ी बनाने का काम करती है। हम लोग ग़रीब है चोर नही है। यह सरासर ज्यादती है। उसपर तार चुराने का आरोप बिल्कुल झूठा है। हमने बहुत मुश्किलें झेली है। एक वक़्त खाना खाया है। सब मिलकर मजदूरी करते हैं मगर हम चोर नही है। जब उसे चोर बताया जा रहा है तो उससे तार बरामद क्यों नही हुआ !
नलकूप विभाग के एसडीओ प्रभाकर के अनुसार उन्हें चौकीदार ने बताया था कि उन्होंने तार चुराने के लिए आया एक युवक पकड़ा है ,मैंने कहा कि उसे पुलिस को सौंप दो। हमने उसे पुलिस को सौंप दिया,वो यहां से ठीक गया था। अब कुछ किया वो पुलिस ने किया। वहां उसकी मौत हो गई।
बरेली के 50 हजार की मिश्रित आबादी वाले इस कस्बे में इस घटना के बाद से तनाव है और मौके पर पहुंचे आंवला के पूर्व चेयरमैन सय्यद आबिद अली तस्वीर साफ करते हुए बताते हैं कि नलकूप के दफ्तर में बासित खान को पेड़ से बांधकर बुरी तरह पीटा जा रहा था। पीटने वालों ने खुद उसकी वीडियो बनाई और वायरल किया। स्थानीय लोग सब एक दूसरे को जानते हैं। इसके बाद लोग जुटने लगे। बुरी तरह पीटे जाने की वजह से बासित की मौत हो गई। पीटने वाले लोग एक राजनीतिक पार्टी और विशेष विचारधारा से जुड़े है। कानून को उन्होंने अपनी मुट्ठी में ले लिया। उनके हौंसले बुलंद है वो कानून को कुछ नही मान रहे। बासित खान ने चोरी की थी तो उन्हें पुलिस को बुलाना चाहिए था। खुद अपने हाथ मे कानून लेकर किसी की जान लेने की ताक़त इनमें कहाँ से आई है ! लोग बात कर रहे हैं कि वो चोर था नही ! सवाल यह है कि उसे मार क्यों दिया ! बासित की जान इतनी सस्ती क्यों है ! वो चोर भी था तब भी जान ले लेंगे क्या !
मर्तक के भाई नासिर के मुताबिक वो दोपहर ढाई बजे अपने घर के बाहर बैठा था तो राहुल, विपिन,वीरू, मनीष ,विक्रम सिंह आदि उसके भाई को ई -रिक्शा से घर फेंक कर चले गए। पुलिस ने इस मामले में 7 नामज़द और तीन अज्ञात लोगों के विरुद्ध मुक़दमा दर्ज किया है। मुख्य आरोपी विक्रम सिंह व एक अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया है।
आंवला के ही कांग्रेस के पीसीसी सदस्य दयाराम मुनि कहते हैं कि यह पूरी तरह से कानून हाथ मे लेने वाली बात है। इससे सिद्ध होता है कि एक खास वर्ग में कानून का कोई डर नही है। वो न्यायालय, पुलिस और वकील सब बन गए हैं। मर्तक बासित खान कांग्रेस के स्थानीय नगर अध्यक्ष रहे राजीव गुप्ता के यहां नौकरी करता था,राजीव गुप्ता कहते हैं वो अपने काम मे मेहनत करता था और मैंने कभी उसे चोरी करते नही देखा।
आंवला के डीएसपी रामकृष्ण के अनुसार मर्तक युवक बासित की पेड़ से बांधकर पिटाई की गई। बासित के भाई नासिर की रिपोर्ट के आधार पर दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वायरल वीडियो से आरोपियो की पहचान कर रहे हैं। हम विधिक कार्रवाई कर रहे हैं।
बता दें बरेली में चोरी के आरोप में मोब लिंचिंग के यह दूसरी घटना है। इससे पहले 29 अगस्त 2018 को बरेली केंट के गांव भोलापुर हिंडोलिया में कथित तौर पर भैंस चोरी करने पहुंचे शाहरुख़ खान की पीट-पीट कर हत्या कर दी थी। शाहरुख़ एक महीने पहले ही दुबई से लौटा था।
आंवला के मुख्तार मंसूरी कहते हैं कि यह बेहद शर्मनाक स्थिति है। आंवला का इतिहास हिंदू-मुस्लिम एकता को बढ़ाने वाला है। पिछले कुछ सालों से लोगों के नजरिए में बदलाव आया है। सिर्फ लोहा चुराने के आरोप पर किसी की हत्या किया जाना हैरतअंगेज है। यह घटना ऐसी जगह हुई है जो सिंचाई विभाग का दफ्तर है। जाहिर है इसमें विभाग के लोग भी शामिल है। इस देश में कानून है। पुलिस हैं। इन सरकारी कर्मचारियों ने क्यों इस घटना की सूचना पुलिस को नही दी ! अपने हाथ मे कानून क्यों लिया ! क्या उत्तर प्रदेश में कानून का राज नही है ! बासित खान की जान इतनी सस्ती क्यों है !