TwoCircles.net Staff Reporter
रायवाला (हरिद्वार) : देवभूमि के नाम से मशहूर हरिद्वार का ऋषिकेश पिछले 48 घंटों से एक समुदाय के विरुद्ध हिंसा की कलंक-गाथा लिख रहा है. यहां हुए साम्प्रदायिक हिंसा में मुसलमानों की दर्जनों दुकानों में आग लगा दी गई है. कई झोपड़ी और रिक्शे आग के हवाले कर दिए गए हैं. यहां ज्यादातर नाई की दुकानें मुसलमानों की हैं, उनमें तोड़फोड़ की गई है.
घटना पर मौजूद चश्मीदीदों के मुताबिक़, बंद दुकानों के शटर उखाड़कर लूटपाट की गई है. मुसलमानों के विरुद्ध समूह बनाकर हिंसा की जा रही है.
यह संगठित हमले हिन्दू जागरण मंच और दूसरे संघटनों ने किए हैं, जिसमें स्थानीय भाजपा विद्यायक का समर्थन बताया जा रहा है.
बता दें कि एसपी ग्रामीण सरिता डोभाल भारी फ़ोर्स के साथ मौक़े पर हैं. स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है.
डीआईजी पुष्पक ज्योति का कहना है कि, हालात अब पूरी तरह नियंत्रण में है और कल रात से कोई नया मामला सामने नहीं आया है.
प्रशासन के मुताबिक़, यह हिंसा हरिद्वार के थानाक्षेत्र ऋषिकेश के गांव रायवाला में हुई एक युवक की कथित हत्या के बाद पनपी है. रेलवे ट्रैक पर ट्रेन से कटे लक्ष्मण सिंह नामक युवक का शव मिलने के बाद यह हिंसा हुई है.
यह युवक रायवाला में इमरान के मुर्गी फ़ार्म पर काम करता था. युवक शादीशुदा था, मगर वो इमरान की बेटी पर ज़बरदस्ती शादी करने का दबाव बना रहा था, जिसको लेकर इमरान ने उसे नौकरी से निकाल दिया था.
5 अक्टूबर को इमरान की लड़की की सगाई थी. 3 को लक्ष्मण इमरान के घर गया, वहां से 3 दिन बाद उसका शव रेलवे ट्रैक पर मिला. बहुसंख्यक समुदाय के हिंदूवादी संगठन हिन्दू जागरण मंच इसके बाद सक्रिय हो गए. इनका कहना था कि लक्ष्मण की हत्या की गई है. लेकिन दूसरे पक्ष का कहना है कि लक्ष्मण ने आत्महत्या की है. लक्ष्मण का एक तीन साल का बेटा भी है.
पुलिस ने इमरान सहित 3 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. लेकिन इस हमले के दौरान 3 मुस्लिम युवकों के लापता होने की ख़बर है.
देहरादून की एसएसपी निवेदिता कुकरेती के अनुसार हमलावरों को चिन्हित कर लिया गया गया है. लेकिन स्थानीय लोगों का आरोप है कि हमलावर खुलेआम घूम रहे हैं. विधानसभा अध्यक्ष प्रेम कुमार ने शांति बनाए रखने की अपील की है.